बुरहानपुर के अंधारवाड़ी गांव में बीते 15 दिनों से तेंदुए का मूवमेंट देखा जा रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर खेत में तेंदुए के पगमार्क देखे गए। शाम करीब 4 बजे वन विभाग की टीम गांव पहुंची और मौके से पगमार्ग एकत्रित किए। साथ ही ग्रामीणों और किसानों को सत
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पिंजरा लगाने की तैयारी, गश्त भी तेज
वन विभाग ने बताया कि क्षेत्र में लगातार गश्त की जा रही है। जल्द ही तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया जाएगा। एसडीओ विक्रम सुलिया ने कहा कि अंधारवाड़ी में टीम लगातार ड्यूटी पर है। पिंजरे के लिए उपयुक्त स्थान देखा जा रहा है और ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
गर्मी और जल संकट बना वजह
गांव में तेंदुए की आमद के पीछे जंगल में पानी की कमी और भीषण गर्मी को मुख्य कारण बताया जा रहा है। वहीं, सालों पहले की गई वन कटाई का दुष्परिणाम भी अब सामने आ रहा है। वन्यप्राणी जंगल छोड़कर गांव की ओर रूख कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ अक्सर एक ही खेत में दिखाई देता है और वहां बनी किसी खोह में छिप जाता है, जो आसानी से नजर नहीं आती।
ग्रामीणों में डर, मजदूरों ने काम करने से किया इनकार
तेंदुए की मौजूदगी के चलते किसान और खेतों में काम करने वाले मजदूर डरे हुए हैं। कई मजदूरों ने खेत मालिकों को अकेले काम करने से मना कर दिया है। किसान भी खेतों में अकेले जाने से कतरा रहे हैं।
खेत में मिले तेंदुए के पगमार्क।
शावकों के भी मिले पगमार्क
गांववालों के मुताबिक रविवार को खेत में तेंदुए के साथ शावकों के पगमार्क भी नजर आए थे। इससे साफ है कि तेंदुआ अकेला नहीं है। गुरुवार शाम को भी ग्रामीणों ने तेंदुए को खेत में देखा था, जिसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई थी।
ग्रामीणों की मांग – जल्द लगे पिंजरा
पिछले कुछ दिनों में तेंदुए की बढ़ती गतिविधियों से ग्रामीणों में डर का माहौल है। लोगों ने वन विभाग से बार-बार पिंजरा लगाने की मांग की है, ताकि जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़ा जा सके और गांव को राहत मिल सके।