सतना में अक्षय तृतीया के अवसर पर सराफा बाजार में बुधवार को खासी रौनक देखने को मिल रही है। सुबह 11 बजे से ही बाजार में ग्राहकों की भीड़ है। वैवाहिक मुहूर्त शुरू होने के कारण भी बाजार में चहल-पहल रही। सराफा संघ के अवीश सराफ के अनुसार, सोने-चांदी
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इस साल अक्षय तृतीया विशेष ज्योतिषीय संयोगों के साथ आई है।
पंडित प्रमोद मिश्रा ने बताया कि यह पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किया गया दान और पूजा कई गुना फल देते हैं। मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह दिन विशेष माना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र में अक्षय योग तब बनता है जब राशि से दूसरे, छठे, दसवें और ग्यारहवें भाव में चंद्रमा और गुरु का संयोग होता है। हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया को साल के साढ़े तीन अबूझ मुहूर्तों में से एक माना जाता है। इस दिन बिना मुहूर्त देखे शुभ और मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।