नर्मदा तट पर सफाई करते समिति सदस्य।
निमाड़ क्षेत्र में कई स्थानों से नर्मदा नदी गुजरती है। जहां रोजाना श्रद्धालु स्नान कर पुण्य लाभ ले रहे हैं। कई घाट पर गंदगी व अव्यवस्था फैली हुई दिखाई देते हैं लेकिन बड़वानी के बैक वाटर नर्मदा तट पर रोजाना देखरेख व स्वच्छता के कारण यहां का तट अन्य तटो
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जहां पर नर्मदा के जल से 20 फीट दूर ही चप्पल जूते उतारे जाते हैं ताकि मां नर्मदा में कोई चप्पल न जाए। वहीं नर्मदा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु को साबुन, शैंपू व पॉलीथिन के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। इससे नर्मदा तट स्वच्छ दिखाई देता है।
नर्मदा तट पर देखरेख करने वाली समिति के सदस्यों ने बताया नर्मदा तट पर समिति के सदस्य अलग-अलग समय में देख रेख के लिए रोजाना सेवा दे रहे हैं। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को गंदगी व अव्यवस्था फैलाने से रोका जाता है। पॉलीथिन का उपयोग करने पर रोका जाता है।
साथ ही नर्मदा में आने वाली गंदगी को रोजाना श्रमदान कर साफ किया जाता है। वहीं रविवार व गुरुवार को विशेष अभियान चलाकर नियमित सफाई की जाती है। कचरा फेंकने के लिए डस्टबीन रखे गए है।
महिलाओं के लिए बने हैं कैबिन
समिति के सचिन शुक्ला ने बताया नर्मदा तट पर जनसहयोग से श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क चाय पूरे समय वितरित की जाती है। वहीं महिला श्रद्धालुओं के लिए कैबिन की व्यवस्था की है ताकि उन्हें कपड़े बदलने में परेशानी न हो। इसी प्रकार दिन में तीन से चार बार झाड़ू लगाकर साफ-सफाई की जाती है।