अनशन के दौरान किसानों की हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
संजय प्लेस स्थित विकास भवन में अनशन बैठे 4 किसानों की हालत बिगड़ गई है। तबीयत ज्यादा खराब होने पर सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान ने चारों किसानों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। किसान 11 दिन से अनशन पर हैं।
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विकास भवन पर धरने के दौरान किसानों की हालत बिगड़ गई।
भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर किसान पिछले 13 दिन से विकास भवन पर धरना दे रहे हैं। 11 दिन उनके अनशन हो गए हैं। वहीं कुछ किसानों ने 8 दिन से जल भी त्याग दिया है। इस पर 4 किसानों की हालत बिगड़ गई है। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान ने चारों किसानों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। ये चार किसान श्याम सिंह चाहर, चौधरी दिलीप सिंह, रामवीर सिंह और प्रदीप कुमार हैं।
एंबुलेंस से किसानों को जिला अस्पताल ले जाया गया।
किसानों नेता चौधरी दिलीप सिंह का कहना है कि सहकारिता विभाग के गोदाम निर्माण में 4.12 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उनकी मांग है कि इस भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों और सहकारी आवासीय समिति के सचिव पर कानूनी कार्रवाई कर जेल भेजा जाए।
किसान चौधरी श्याम सिंह चाहर ने कहा कि दोषियों को पुलिस प्रशासन बचाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। इधर, विकास भवन पर चल रहे धरने के दौरान रामवीर त्यागी, सत्यवीर चाहर, प्रदीप शर्मा, भरत कुशवाह, वीरेंद्र सिंह चाहर, राजेंद्र सिंह प्रधान, दाताराम लोधी, कल्याण सिंह, बाल किशोर गोस्वामी, सुरेन्द्र सिंह, राम गोपाल चाहर, मुकेश सविता, नागेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
धरने के दौरान किसानों की हालत बिगड़ गई।
किसानों को मनाने में नाकाम अधिकारी वहीं, इनर रिंग रोड पर चल रहा किसानों का धरना 5 वें दिन भी जारी रहा। किसान अपनी जमीन वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारी किसानों को समझाने में नाकाम रहे हैं। किसान अधिकारियों की बात मानने को तैयार नहीं हैं। उनकी कहना है कि जब तक सीएम से वार्ता नहीं हो जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।