Wednesday, April 23, 2025
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अप्रैल के आखिरी में भीषण गर्मी का अलर्ट: पैर न जले इसलिए महाकाल मंदिर में बिछाई मेटिंग; इंदौर में चौराहों पर टेंट लगे – Bhopal News


गर्मी से बचने के लिए मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन में इस तरह से उपाय किए गए हैं।

मध्यप्रदेश में अप्रैल के आखिरी दिनों में भीषण गर्मी का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर समेत कई शहरों में पारा 43 डिग्री के पार पहुंच सकता है, जबकि खजुराहो, नौगांव, पन्ना, सीधी में तापमान 45 डिग्री या इससे अधिक रह सकता है। वहीं, लू भी चलेगी।

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तेज गर्मी की वजह से इंदौर के कई चौराहों पर टेंट लगा दिए गए हैं। ताकि, राहगीरों को राहत मिल सके। वहीं, उज्जैन स्थित श्री महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के पैरों को जलने से बचाने के लिए मेटिंग बिछाई गई है। इधर, बुधवार को प्रदेश के 6 जिलों में लू का अलर्ट है। इनमें निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, सीधी और सिंगरौली जिले शामिल हैं। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर समेत अन्य शहरों में भी तेज गर्मी रहेगी।

खजुराहो में पारा 44.4 डिग्री पहुंचा, रतलाम भी गर्म रहा

प्रदेश में मंगलवार को तेज गर्मी का असर देखा गया। छतरपुर के खजुराहो में पारा 44.4 डिग्री रहा, जबकि रतलाम में 44 डिग्री दर्ज किया गया। सीधी में 43.4 डिग्री, मंडला में 43 डिग्री और नौगांव में 43 डिग्री रहा। प्रदेश के 5 बड़े शहरों में भी पारा 2 डिग्री तक बढ़ गया। जबलपुर सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 42 डिग्री रहा। भोपाल में 41.2 डिग्री, इंदौरमें 40.9 डिग्री, ग्वालियर में 41.5 डिग्री और उज्जैन में 41.5 डिग्री दर्ज किया गया।

प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 40 डिग्री के नीचे रहा। बाकी जिलों में इससे अधिक ही दर्ज किया गया। इनमें नर्मदापुरम, दमोह-मलाजखंड में 42.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 42.4 डिग्री, खरगोन, सागर-नरसिंहपुर में 42.2 डिग्री, उमरिया-धार में 42.1 डिग्री, सिवनी, गुना-शिवपुरी में 42 डिग्री, सतना में 41.8 डिग्री, शाजापुर में 41.7 डिग्री, रीवा में 41.6 डिग्री, छिंदवाड़ा में 41.4 डिग्री, रायसेन-बैतूल में 41.2 डिग्री और खंडवा में 40.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

इन दो तस्वीरों में देखिए गर्मी के हाल…

उज्जैन स्थित श्री महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए मेटिंग बिछाई गई है। ताकि, उनके पैर न जले।

इंदौर के चौराहों पर टेंट भी लगाए गए हैं। जिससे राहगीरों को ट्रैफिक सिग्नल के दौरान थोड़ी राहत मिल रही है।

इंदौर के चौराहों पर टेंट भी लगाए गए हैं। जिससे राहगीरों को ट्रैफिक सिग्नल के दौरान थोड़ी राहत मिल रही है।

पारे में बढ़ोतरी का दौर रहेगा सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, प्रदेश में अभी मौसम साफ है। इस वजह से गर्मी का असर बढ़ा है। अगले 5 से 6 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा।

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ऐसा रहेगा अप्रैल का आखिरी सप्ताह

  • चौथा सप्ताह: उत्तर-पश्चिमी हवाओं के लगातार जोर पकड़ने के साथ न्यूनतम तापमान पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक यानि 27 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। दिन के साथ रातें भी गर्म हो जाएंगी। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में पारा 43-45 डिग्री जबकि इंदौर, उज्जैन-भोपाल सहित बाकी प्रदेश में 41 से 44 डिग्री सेल्सियस तापमान रह सकता है। बंगाल क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से अप्रैल के आखिरी में 3 से 4 दिन तक लू का असर रह सकता है।

अप्रैल में ऐसा रहा अब तक का मौसम अप्रैल के पहले, दूसरे और तीसरे सप्ताह में तेज गर्मी और बारिश का दौर बना रहा। पहले सप्ताह में सभी संभागों में सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा 21-24 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान इंदौर, सागर और नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से ज्यादा 39 से 44 डिग्री तक पहुंच गया। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर समेत बाकी संभागों में यह 41 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पहले सप्ताह रतलाम में लू चल चुकी है। वहीं, बाकी शहरों में गर्म हवाओं से गर्मी बढ़ी रही।

दूसरे सप्ताह में पूरे प्रदेश में तेज आंधी, बारिश, ओले और गरज-चमक की स्थिति बनी रही। प्रदेश के 80 प्रतिशत हिस्से में बारिश हुई। दूसरी ओर, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी रहा।

तीसरे सप्ताह में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के साथ इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। वहीं, पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा रहा। कई जिलों में लू भी चली।

अब जानिए, 10 साल की डेटा बेस्ड स्टडी के बारे में मध्यप्रदेश में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से गर्मी का असर तेज होने लगता है। महीने के आखिरी दिनों में तो तापमान रिकॉर्ड तोड़ देता है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के 10 साल की डेटा बेस्ड स्टडी में सामने आया कि भोपाल-इंदौर में पारा 43 डिग्री तक पहुंचा जबकि जबलपुर में आंकड़े ने 44 डिग्री को छू लिया। ग्वालियर में तो तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। पिछले तीन साल इन शहरों में तेज गर्मी पड़ी। इस बार भी तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। कई शहरों में तो पारा 44 डिग्री के पार पहुंच चुका है।

भोपाल: 1996 में पड़ी थी सबसे ज्यादा गर्मी, बारिश भी हुई अप्रैल में गर्मी के ट्रेंड की बात करें तो भोपाल में 29 अप्रैल 1996 को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। इस महीने भोपाल में बारिश-आंधी के आसार भी बनते हैं। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों से अप्रैल में बारिश का दौर चल रहा है।

20 अप्रैल 2013 को भोपाल में 24 घंटे के भीतर 30.8 मिमी यानी एक इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। वहीं, 2023 में 22.6 मिमी पानी गिरा था। 17-18 अप्रैल को तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस रहा था। इस बार पारा 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है।

इंदौर में पिछले साल गिरा था 22.3 मिमी पानी इंदौर में भी पारा 44 डिग्री के पार पहुंच चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, 25 अप्रैल 1958 को सर्वाधिक 44.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। इस महीने यहां भी मौसम में बदलाव देखने को मिलता है। इसके चलते बादल छाए रहते हैं तो बौछारें भी गिरती हैं।

इंदौर में पिछले साल 22.3 मिमी बारिश हुई थी। वर्ष 2014 से 2024 के बीच 6 साल बारिश हो चुकी है।

जबलपुर में तेज गर्मी का ट्रेंड जबलपुर की बात करें तो यहां एक बार पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 28 अप्रैल 1970 को दिन का तापमान 45.4 डिग्री रहा था। अप्रैल में यहां भी बारिश होने की संभावना रहती है।

रिकॉर्ड के अनुसार, 3 अप्रैल 1935 को 24 घंटे के भीतर 50.3 मिमी बारिश हुई थी, जो दो इंच के करीब है। 2023 में 20.2 मिमी बारिश हुई थी। इस साल 19 अप्रैल को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। इस बार भी जबलपुर में तेज गर्मी है।

ग्वालियर में पड़ रही सबसे ज्यादा गर्मी ग्वालियर में अप्रैल की गर्मी का ट्रेंड बाकी शहरों से अलग रहता है। यहां ज्यादा गर्मी पड़ती है। बीते 10 साल में यहां पारा एक बार 45 डिग्री और 3 बार 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। 28 अप्रैल 1958 को तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

एक दिन में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड वर्ष 1909 में बना था। 22 अप्रैल को कुल 67.6 मिमी बारिश हुई थी। इसी साल अप्रैल महीने में साढ़े 4 इंच पानी गिरा था। 2023 में भी बारिश हुई थी। इस बार भी ग्वालियर में तेज गर्मी का असर है।

उज्जैन में भी गर्मी का असर तेज उज्जैन में भी अप्रैल महीने में गर्मी और बारिश का ट्रेंड रहता है। 18 अप्रैल 2010 को तापमान रिकॉर्ड 45.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। वहीं, 2014 से 2023 के बीच दो बार पारा 43 डिग्री के पार जा चुका है। पिछले साल एक बार तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। वहीं, पूरे महीने 1 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई थी।



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