अबोहर में किसानों के खाते से 8 करोड़ का लेन-देन।
अबोहर के दो गांवों के किसानों के एक निजी बैंक के बनाए गए क्रेडिट कार्ड से अनजान लोगों ने करोड़ों रुपए का लेनदेन किया गया। लेकिन किसानों को इसका पता तक नहीं चला। वहीं किसानों ने बैंक कर्मचारियों पर ही उनके खातों का गलत इस्तेमाल करने के आरोप लगाते हुए
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किसानों के समर्थन में आए भारतीय किसान यूनियन खोसा के पदाधिकारी जगजीत सिंह और निर्मल सिंह ने बताया कि पंजाबा निवासी जगतार सिंह और जोधपुर निवासी मनप्रीत सिंह ने उन्हें बताया कि उनके पास मार्च में मलोट के एचडीएफसी बैंक के कुछ कर्मचारी आए और उन्हें क्रेडिट कार्ड खुलवाने के लिए उनसे दस्तावेज ले गए। उन्होंने बताया कि बैंक कर्मियों ने उनके नंबरों से ओटीपी लेकर एटीएम तक भी बनवा लिए लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं चलने दिया। इस दौरान उन्होंने उनके खातों में करोड़ों का लेनदेन भी किया।
करीब तीन महीने तक कर्मचारियों ने जब उन्हें क्रेडिट नहीं दिए तो उन्हें शक हुआ। वे मलोट के बैंक गए और स्टेटमेंट मांगी तो मनप्रीत अपने खाते की स्टेटमेंट देखकर हैरान रह गया। उसके खाते से करीब 4 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ था, जो कि विभिन्न राज्यों के लोगों ने किया गया था। लेकिन उन्हें पता तक नहीं चला क्योंकि चेक बुक, क्रेडिट कार्ड और एटीएम बनने के बाद बैंक कर्मचारियों ने दर्ज किए मोबाइल नंबर ही बदल दिए।
बैंक अगर किसानों को करेगी तो घेराव करेंगे
मनप्रीत ने बताया कि जगतार के खाते में भी करीब 4 करोड़ का लेनदेन हुआ है। एक एक दिन में करीब 30-30 एंट्रियां की गई। इस सबका पता चलने पर उन्होंने किसान यूनियन के पदाधिकारियों को सारी बात बताई। इसके बाद मलोट के एसएसपी को पूरी घटना से अवगत करवाया गया तो उन्होंने किसानों की शिकायत को डीएसपी को मार्क कर दिया जो कि मामले की जांच कर रहे है।
लेकिन अभी तक बैंक कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। क्योंकि यह कोई बड़ा स्कैंडल हो सकता है। किसान यूनियन नेताओं ने कहा कि यह मामला पुलिस के ध्यान में है अगर कल को कोई पुलिस अधिकारी या बैंक अधिकारी इन भोले भाले किसानों को इनके खातों सबंधी परेशान करेगा तो यूनियन उसका कड़ा विरोध करेगी और बैंक का घेराव भी किया जाएगा।