राजा रघुवंशी हत्याकांड में रोज हो रहे खुलासों और बहू सोनम की गिरफ्तारी के बाद अब पीड़ित परिवार पूरी तरह टूट चुका है। 23 मई को बेटे का शव मिलने के बाद से परिवार लगातार मीडिया से बात कर रहा था, लेकिन अब उन्होंने खुद को पूरी तरह अलग कर लिया है।
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गुरुवार को परिवार ने साफ कहा- ‘अब हम कुछ नहीं कहना चाहते।’ उन्होंने मीडिया को अब तक मिले सहयोग के लिए धन्यवाद तो दिया, लेकिन कैमरे के सामने आने से मना कर दिया। अब वे सिर्फ पुलिस और जांच एजेंसियों से ही बात करेंगे।
राजा के लापता होने से लेकर उसके शव मिलने और फिर बहू की गिरफ्तारी तक परिवार ने हर बात खुलकर मीडिया से साझा की। कई बार मां-बाप बिना ठीक से खाए-पिए और सोए मीडिया के सामने बैठे। मां की तबीयत भी खराब हो चुकी है, लेकिन उन्होंने हिम्मत से हर सवाल का जवाब दिया।
राजा के भाई विपिन ने कुछ दिन पहले कहा था कि मीडिया ने हमेशा साथ दिया। लेकिन अब परिवार की हालत ऐसी नहीं है कि वो हर दिन कैमरे का सामना कर सके।
अब ऐसा हो गया है माहौल। परिवार अब कुछ दोहराना नहीं चाहता।
बुधवार की घटना ने कर दिया परेशान
परिवार से जुड़े लोगों ने बताया कि बुधवार को एक घटना से वे बहुत दुखी हो गए। दोपहर में जब सोनम का भाई गोविंद मिलने आया, तो मीडिया के लोग कवरेज के लिए घर के पास जमा हो गए। धक्का-मुक्की हुई और एक सोफा भी टूट गया। इस अफरा-तफरी से परिवार बहुत घबरा गया।
इसके बाद से उन्होंने फैसला किया कि अब वे कैमरे पर कुछ नहीं बोलेंगे।
राजा को बहू ने धोखा दिया – पिता
गुरुवार को मीडिया ने फिर बात करने की कोशिश की, लेकिन परिवार ने सिर्फ कुछ सामान्य बातें ही कहीं। राजा के पिता ने भावुक होकर कहा, ‘हमने बेटे का विवाह इसलिए सोनम से किया क्योंकि वह मंगल दोषी था। लेकिन उसी ने हमारे बेटे को लील लिया। वह छोटा-सा जीवन लेकर आया था और चला गया।’
पिता ने यह भी कहा कि बेटे की हत्या करने वालों को फांसी होनी चाहिए।

गुरुवार को पूर्व मंत्री राजवर्धन दत्तीगांव सहित नजदीकी रिश्तेदार आए तो परिवार अंदर ही रहा।
अब सिर्फ पुलिस से बात करेंगे
परिवार का कहना है कि अब वे मीडिया से बात नहीं करेंगे। वे सिर्फ पुलिस, मेघालय की जांच टीम या जिम्मेदार एजेंसियों से ही बात करेंगे ।गुरुवार को कुछ रिश्तेदार और परिचित मिलने आए, जिनमें पूर्व मंत्री राजवर्धन दत्तीगांव भी शामिल थे। उनके आने पर ही परिवार के कुछ लोग थोड़ी देर के लिए बाहर निकले।
राजा की हत्या से परिवार पूरी तरह टूट गया है। वे अब इस मामले में शांति चाहते हैं और किसी भी तरह की भीड़-भाड़ या सवालों से दूर रहना चाहते हैं। उनका साफ कहना है कि उन्हें अब सिर्फ इंसाफ चाहिए।