रालामंडल अभयारण्य में अगले महीने जंगली जानवर और पक्षियों की गणना होगी। पहले चरण में पक्षियों की गणना की जाएगी। अभयारण्य में दो चरणों में पक्षियों की गिनती की जाती है। दिसंबर में गणना की गई थी तब 116 तरह के पक्षी अभयारण्य में पाए गए थे। अब दूसरे चरण म
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पतझड़ की वजह से पक्षियों को देखने में आसानी होगी और उनकी ज्यादा सटीक जानकारी मिल सकेगी। अधीक्षक योहान कटारा के मुताबिक 12 और 13 मई को एनिमल जोन के जंगली जानवरों की गणना की जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि जंगली जानवरों की संख्या में कितनी बढ़ोतरी हुई है और उन्हें किस तरह की परेशानियां आ रही हैं, इसका आकलन किया जाएगा। एनिमल जोन में ट्रैप कैमरा लगाए जाएंगे। एनिमल जोन में लाइन बिछाकर उनके पगमार्क भी लिए जाएंगे।
तीन तेंदुए, चीतल, सांभर, ब्लैकबग भी बढ़ रहे, डियर सफारी भी लुभा रही मालूम हो, रालामंडल में तीन तेंदुए घोषित रूप से हैं। कुछ महीने पहले एक मादा तेंदुए को दो शावकों के साथ विचरण करते यहां देखा गया था। वहीं चीतल, सांभर, ब्लैकबग, नीलगाय का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। डियर सफारी एरिया में बैटरी कार से घूमने पर हिरण आसपास ही नजर आ जाते हैं। चिड़ियाघर में भी इतनी पास से इन्हें नहीं देखा जा सकता है।