पाक रेंजर्स की गिरफ्त में बीएसएफ जवान की दो तस्वीरें।
भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकी हमले के बाद तनाव और बढ़ गया है। इसी बीच पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक जवान के पाकिस्तान की हिरासत में चले जाने से हालात और संवेदनशील हो गए हैं। सीमा सुरक्षा बल (BSF) का जवान पिछले 48 घंटों से
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पाकिस्तानी मीडिया में गुरुवार को जवान की दो तस्वीरें जारी की गईं। एक फोटो में उसकी आंख पर पट्टी बंधी है, वहीं दूसरी तस्वीर में वह AK-47 और पानी की बोतल के साथ खड़ा नजर आ रहा है। तस्वीरों को लेकर भारत की चिंता और बढ़ गई है।
पकड़े गए जवान की पहचान पीके सिंह के रूप में हुई है, जो मूल रूप से पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का निवासी है।
पाकिस्तानी मीडिया ने BSF जवान का ये फोटो जारी किया है, जिसमें AK-47 राइफल और पानी की बोतल नजर आ रही है।
फ्लैग मीटिंग का कोई नतीजा नहीं निकला भारत की ओर से लगातार फ्लैग मीटिंग के जरिए जवान को वापस लाने की कोशिश की जा रही है। बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स से अब तक दो से तीन फ्लैग मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक नतीजा सामने नहीं आया है। आमतौर पर ऐसी घटनाओं में 24 घंटे के भीतर जवानों को लौटा दिया जाता है, लेकिन इस बार देरी को लेकर आशंका बढ़ गई है।
पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ रहा है मामला सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से बीएसएफ जवान की वापसी में देरी का कारण हाल ही में हुआ पहलगाम आतंकी हमला हो सकता है। इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच तल्खी और गहरी हो गई है।
जवान गलती से सीमा पार कर गया था जानकारी के अनुसार, श्रीनगर से आई बीएसएफ की 24वीं बटालियन ममदोट सेक्टर में तैनात है। बुधवार की सुबह किसान गेट नंबर 208/1 के पास गेहूं की कटाई के लिए कंबाइन मशीन लेकर पहुंचे थे। सुरक्षा के लिए दो बीएसएफ जवान भी उनके साथ थे। बताया गया है कि गर्मी के कारण जवान पीके सिंह एक पेड़ के नीचे बैठ गया, लेकिन इस दौरान वह गलती से जीरो लाइन पार कर गया। पाकिस्तानी रेंजर्स ने मौके पर पहुंचकर जवान को पकड़ लिया और उसका हथियार भी छीन लिया।
ट्रांसफर के कुछ दिन बाद ही हुआ हादसा सूत्रों का कहना है कि जवान का हाल ही में ट्रांसफर हुआ था और उसे जीरो लाइन की स्थिति की पूरी जानकारी नहीं थी। ऐसे में वह अनजाने में सीमा पार कर गया।
बीएसएफ की कोशिशें जारी घटना की जानकारी मिलते ही बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पाकिस्तानी रेंजर्स से संपर्क साधा। देर रात तक दोनों पक्षों के बीच बातचीत चलती रही, लेकिन जवान को रिहा नहीं किया गया है। बीएसएफ के अधिकारी अब भी लगातार पाक रेंजर्स के संपर्क में हैं।
क्या है जीरो लाइन? जीरो लाइन अंतरराष्ट्रीय सीमा का वह संवेदनशील हिस्सा होता है जहां भारत और पाकिस्तान की सीमाएं बेहद पास होती हैं। यहां सीमित समय और परिस्थितियों में किसानों को खेती करने की अनुमति दी जाती है, और उनकी सुरक्षा के लिए बीएसएफ के जवान तैनात किए जाते हैं। इन जवानों को ‘किसान गार्ड’ भी कहा जाता है।
फिलहाल देश की नजर इस घटनाक्रम पर टिकी हुई है और जवान की सुरक्षित वापसी के लिए दुआ की जा रही है। केंद्र सरकार और बीएसएफ, दोनों ही स्तरों पर इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।