ATS ने अमन साव पर चलाई 38 गोली, 12 हुई आर-पार
गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर में एटीएस ने 38 राउंड गोलियां चलाई थी। जिसमें से 13 गोलियां अमन साहू के शरीर के विभिन्न हिस्सों में लगी थी। 12 गोलियां अमन साहू के जिस्म के आर – पार हो गईं। एक गोली छाती के पास फंसा था, जिसे पोस्टमॉर्टम के दौरान निकाला ग
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वहीं इस मामले में चैनपुर थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है। यह एफआईआर एटीएस टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह के बयान पर दर्ज हुआ है। एफआईआर में बताया गया है कि पुलिस पर हमला कर अमन साहू को छुड़ाने की कोशिश करने में छह अपराधी शामिल थे।
अब जानिए, क्या है एफआईआर की पूरी बात
एफआईआर के लिए दिए गए आवेदन में इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह ने बताया है कि अमन साहू को होटवार जेल ले जाना था। सोमवार की रात 8:30 रायपुर सेंट्रल जेल से अमन साहू को लेकर रांची के लिए निकले थे। स्कॉर्पियो में अमन साहू को बैठाया गया था। दो गाड़ी आगे पीछे स्कॉट कर रही थी।
रायपुर से अंबिकापुर, रामानुजगंज, रमकंडा के रास्ते रांची के लिए टीम निकली थी। मंगलवार को अंधारी ढोढा में पहुंचते ही पूरब दिशा से 6-7 की अपराधियों ने बमबारी और फायरिंग की। हमला करने वाले हथियार छीनना और पुलिसकर्मियों की जान लेना चाहते थे।
अमन साहू को बचाने के लिए गाड़ी से उतारा
एफआईआर में बताया गया है कि अपराधियों के फायरिंग से अमन साहू को बचाते हुए गाड़ी को पश्चिम दिशा में रोककर जवाबी फायरिंग की जाने लगी। अमन साहू को भी बचाने के लिए गाड़ी से उतारा गया था। इसी बीच अमन साहू एटीएस के जवान विजय कुमार का इंसास राइफल लूटकर हमला करने वाले साथियों की तरफ भागने लगा।
पुलिस की चेतावनी पर मुड़कर फायरिंग करने लगा। इसमें एक गोली हवलदार राकेश कुमार को लगी। गाड़ी के नीचे पोजिशन लेते हुए जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। इंस्पेक्टर प्रमोद ने कहा कि वे 20 से 25 मीटर आगे स्कॉर्पियो में थे।

जवानों को विपरीत परिस्थितियों में देख हुए उन्होंने जवाबी कार्रवाई की। जिसमें अमन साहू मारा गया। एटीएस एसपी ऋषभ झा भी घटनास्थल पर पहुंचे थे और हॉस्पिटल में जख्मी हवलदार से मिलकर उसका हाल जाना था।
अमन साहू एनकाउंटर की सीआईडी जांच भी होगी
गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर मामले की अब सीआईडी जांच भी होगी। सीआईडी पता लगाएगा कि आखिर मुठभेड़ की नौबत क्यों आई। अगर पूरे मामले में पुलिस की चूक उजागर हुई तो इसके लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। फिलहाल राष्ट्रीय मानवाधिकार की गाइडलाइंस के अनुसार सभी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया है, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है।