जानकारी देती एडीसीपी जगरूप कौर बाठ और पीछे खड़े पकड़े गए आरोपी
अमृतसर पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो महिलाओं के माध्यम से लोगों को फंसाकर और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता है। पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक फर्जी इंस्पेक्टर और कुछ महिलाएं भी शामिल हैं।
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मामला तब सामने आया जब बटाला निवासी जसपाल सिंह ने अमृतसर के मकबूलपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई। एक महिला ने उसे अमृतसर के अल्फा वन के पास बुलाया। वहां एक कमरे में बंद कर अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद महिला ने जसपाल से 4 लाख रुपए की मांग की।
पंजाबभर में की गई छापेमारी
एडीसीपी जगरूप कौर बाठ के अनुसार, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। इस गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए गठित टीमों ने मानसा, होशियारपुर और गुरदासपुर समेत पूरे पंजाब में छापेमारी की। पहले पांच लोगों को पकड़ा गया। पूछताछ के बाद कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरोह का एक सदस्य खुद को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर लोगों को धमकाता था। आरोपी पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में ऐसी वारदातें कर चुके हैं। पुलिस ने इनके पास से 15 मोबाइल फोन, 36 हजार रुपए नकद और तीन कारें बरामद की हैं।
पुलिस ने अपहरण और जबरन वसूली का केस दर्ज किया है। गिरोह के कुछ अन्य सदस्य अभी फरार हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई इस गिरोह का शिकार हुआ है, तो मकबूलपुरा थाने में सूचना दे।
गिरफ्तार किए गए आरोपी 1. सुखचैन सिंह निवासी अड्डा उमरपुरा बटाला, गुरदासपुर। 2. मनजीत सिंह निवासी लेबर कॉलोनी अलीवाल रोड बटाला गुरदासपुर। 3. राजबीर सिंह उर्फ राजा निवासी मोहिता रोड मकबूलपुरा, अमृतसर। 4 अमनजीत कौर उर्फ अमन निवासी मकबूलपुरा,अमृतसर। 5. मंजीत कौर निवासी मकबूलपुरा अमृतसर। 6. सोनू निवासी गांव जमशेर खास, जालंधर। 7 मनिंदरजीत सिंह उर्फ सन्नी निवासी आकाश विहार कॉलोनी अमृतसर। 8. सहन सिंह निवासी गांव टाहलिया, मानसा। 9. सतबीर सिंह उर्फ राझा निवासी गांव बीजापुर घरिंडा, अमृतसर। 10 बलजीत सिंह उर्फ बीता निवासी रणजीत एन्क्लेव, जालंधर। 11. मगद लीला निवासी गांव संसारपुर जालंधर। 12. पुष्पिंदर कौर उर्फ पिंदर निवासी गांव रामगढ़ कुलिया मुकेरिया होशियारपुर।
आरोपियों के पास से बरामद सामान
36 हजार रुपए, 3 कारें (आई-20, स्विफ्ट और सियाज), 3 फर्जी आईडी कार्ड, जिनमें एक भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा प्रधान मनजीत सिंह संघेरा के नाम से, दूसरी एएसआई सुखचैन सिंह के नाम से विजिलेंस ब्यूरो का कार्ड और तीसरी बलजीत सिंह के नाम से किसान यूनियन का कार्ड, गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन।