जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर व अन्य।
पंजाब के अमृतसर में फतेहगढ़ चूडिय़ां बाईपास स्थित पुलिस चौकी पर हुए विस्फोट मामले में नया मोड़ आ गया है। गिरफ्तार आरोपी कर्णदीप सिंह के परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके बेटे को नाजायज फंसाया जा रहा है और उससे कोई हथियार बर
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बेटा किसी बुरे तत्व से नहीं था जुड़ा
परिवार का कहना है कि पुलिस ने कर्णदीप को दो दिन पहले एक शादी समारोह से गिरफ्तार किया था। उनका दावा है कि कर्णदीप के पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है और इसका सीसीटीवी फुटेज भी उनके पास मौजूद है। परिवार ने मीडिया के सामने कहा कि उनका बेटा किसी भी बुरे तत्व से जुड़ा नहीं था और पुलिस उसे झूठे मामले में फंसा रही है।
पुलिस बोली-चौकी के बाहर फेंकी थी विस्फोटक सामग्री
हालांकि पुलिस का पक्ष इससे बिल्कुल अलग है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने स्पष्ट किया कि कर्णदीप और लवप्रीत सिंह ने ही चौकी के बाहर विस्फोटक सामग्री फेंकी थी। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों से घातक हथियार भी बरामद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक कर्णदीप और लवप्रीत को गिरफ्तार करने के बाद जब रिकवरी के लिए ले जाया जा रहा था, तो उन्होंने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश भी की थी।
10 चौकियों पर पहले भी हो चुके हमले
इस दौरान हुई मुठभेड़ में दोनों घायल हो गए थे। मामले में कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें तीसरे आरोपी का नाम बूटा सिंह है। पंजाब में पुलिस चौकी में यह 12वां ब्लास्ट था। इससे पहले भी अमृतसर की 10 चौकियों में ग्रेनेड हमले हुए थे, लेकिन पुलिस मानने से इनकार करती रही है।