अलीगढ़ जेल में बंद 5 बंदियों ने यूपी बोर्ड की परीक्षा दी थी। सभी बंदी पास हो गए हैं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) का परिणाम शुक्रवार को जारी हुआ। इसमें अलीगढ़ जेल से परीक्षा देने वाले बंदियों का परीक्षा परिणाम 100 प्रतिश रहा है। अलीगढ़ जेल में सजा काट रहे 5 बंदियों ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी। यह सभी ब
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अलीगढ़ जेल में बंद 2 बंदियों ने हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। वहीं 3 बंदियों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी। जब परिणाम आया तो सभी पास हो गए हैं। यह बंदी लूट, हत्या, एसिड अटैक और दुष्कर्म जैसे मामलों में नामजद हैं और कोर्ट में इनका मामला विचाराधीन है। इन दिनों यह पांचों जेल में बंद हैं।
फिरोजाबाद, हाथरस और अलीगढ़ के हैं पांचों
अलीगढ़ जेल से योगेश पांडेय पुत्र वीरेंद्र पांडेय और धर्मेंद्र कुमार पुत्र मोहर सिंह ने हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। वहीं नेत्रपाल सिंह उर्फ कलुआ पुत्र बिन्नामी, विशल पुत्र प्रेमवीर और राजेश पुत्र महेश चंद्र ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी।
इसमें इंटरमीडिएट की परीक्षा देने वाले विशाल और राजेश हाथरस जिले के रहने वाले हैं। वहीं इंटरमीडिएट का नेत्रपाल और हाईस्कूल का योगेश पांडेय अलीगढ़ जिले का ही रहने वाला है। जबकि हाईस्कूल की परीक्षा देने वाला धर्मेंद्र कुमार मूल रूप से फिरोजाबाद जिले का रहने वाला है।
पांचों बंदियों पर हैं गंभीर आरोप
जेल से बोर्ड परीक्षा देने वाले पांचों बंदियों पर गंभीर आरोप में मुकदमें दर्ज हैं और मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसमें हाईस्कूल के योगेश के ऊपर थाना सासनीगेट में लूट, चोरी और हत्या का मुकदमा दर्ज है। वहीं हाईस्कूल के धर्मेंद्र कुमार के ऊपर क्वार्सी थाने में मारपीट और एसिड अटैक के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था।
इंटरमीडिएट की परीक्षा देने वाले तीनों बंदियों के ऊपर दुष्कर्म और पॉस्को एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इनके ऊपर नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने का मामला विचाराधीन है। नेत्रपाल के खिलाफ थाना छर्रा में, विशाल के खिलाफ हाथरस के थाना हसायन में और राजेश के खिलाफ हाथरस जिले के थाना सासनी में दुष्कर्म और पॉस्को एक्ट का मुकदमा दर्ज है।