त्योहारों को देखते हुए पुलिस प्रशासन एलर्ट मोड में है। अधिकारी लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं।
नवरात्र और ईद-उल-फितर का त्योहार नजदीक है। ऐसे में अलीगढ़ की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से एलर्ट है। पुलिस टीमें लगातार गश्त कर रही हैं और संदिग्धों की तलाशी ली जा रही है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस के साथ पीएसी बल भी एलर्ट है।
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त्योहारों को देखते हुए बुधवार रात से ही पुलिस एक्शन मोड पर आ गई और पीएसी के साथ अधिकारी सड़कों पर निकल पड़े। शहर में संदिग्ध रूप से घूम रहे युवकों और वाहनों की तलाशी ली गई। इस दौरान कई वाहनों को सीज किया गया और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की गई।
पुलिस ने देर रात भीड़ वाली जगहों पर संदिग्ध वाहनों की जांच की।
शहर में 15 मई तक लागू है धारा 163
अलीगढ़ प्रदेश के संवेदनशील जिलों में शामिल है। यहां पर कभी भी माहौल खराब होने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में शहरी क्षेत्र में पहले ही धारा 163 लागू की जा चुकी है। डीएम के निर्देश के बाद एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने 15 मई तक धारा 163 लागू की थी।्र
इस नियम के तहत एक स्थान पर 5 या 5 से ज्यादा लोग भीड़ लगाकर खड़े नहीं हो सकते हैं। जिले के बाहर से आने वाले लोगों को भी इन नियमों का पालन करना होगा। ऐसे में जब बुधवार देर रात को अधिकारी गश्त पर निकले तो उन्हें चाय और पान की दुकानों पर भीड़ नजर आई। जिसके बाद उन्होंने चेकिंग करनी शुरू कर दी।

अधिकारी भारी संख्या में फोर्स लेकर सड़कों पर निकले।
सोशल मीडिया पर भी रखी जा रही नजर
एसपी सिटी मृगांग शेखर पाठक ने बताया कि शहर में कानून व्यवस्था और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है। सभी क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं वह खुद क्षेत्र में पैदल गश्त करें। थाना प्रभारी लगातार संवेदनशील इलाकों में निगरानी कर रहे हैं।
संवेदनशील इलाकों में सादी वर्दी में फोर्स लगाई गई है और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन सबके साथ पुलिस की सोशल मीडिया टीम लगातार सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी नजर बनाए हुए है। अगर कोई भड़काऊ बयानबाजी, इस तरह की पोस्ट, फोटो या वीडियो शेयर करता है। जिससे माहौल खराब होने की आशंका है, तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने देर रात कार्रवाई करते हुए कई वाहनों को सीज भी किया है।