आरोपी को बार एसोसिएशन की टीम ने कोर्ट कैंपस से ही पकड़ा है।
अलीगढ़ के जिला न्यायालय में बुधवार को एक फर्जी अधिवक्ता पकड़ा गया है। वह लंबे समय से कोर्ट में दूसरे अधिवक्ता के नाम पर काम कर रहा था। आरोपी ने एक व्यक्ति से उसका काम कराने के नाम पर 7.10 लाख रुपए लिए थे, लेकिन उसे टहला रहा था।
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लगातार टाल मटोल होने पर पीड़ित ने सारे मामले की शिकायत दि बार एसोसिएशन के अध्यक्ष से की थी। पीड़ित की शिकायत के बाद बार एसोसिएशन की टीम ने मामले की जांच की, जिसमें आरोपी को पकड़ लिया गया। जांच में पता चला कि आरोपी अधिवक्ता है ही नहीं और कोर्ट में वकील बनकर घूमता है।
दूसरे के नाम पर करता था काम
दि बार एसोसिएशन में एटा चुंगी में रहने वाले अजय कुमार शर्मा ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि कृपा शंकर नाम के एक वकील ने उनसे एक केस के मामले में 7.10 लाख रुपए लिए हैं। लेकिन उनका काम नहीं हो रहा है और वह लगातार उन्हें टहला रहा है।
जब बार एसोसिएशन ने अपना रिकॉर्ड देखा तो इस नाम का कोई अधिवक्ता बार एसोसिएशन में पंजीकृत था ही नहीं। जिसके बाद टीम ने पीड़ित के साथ आरोपी क तलाश शुरू की। जब टीम ने आरोपी को पकड़ा तो पता चला कि वह खुद अधिवक्ता है ही नहीं। वह अलीगढ़ कोर्ट में अजय पाठक के नाम से प्रैक्टिस कर रहा था।
सालों से कर रहा था कचहरी में काम
आरोपी फर्जी अधिवक्ता को पकड़ने के बाद दि बार एसोसिएशन की टीम उससे देर शाम तक पूछताछ करती रही। जिसमें पता चला कि कृपा शंकर पिछले 6-7 सालों से अजय पाठक के नाम से काम कर रहा है। हर दिन वह वकीलों की ड्रेस में ही कचहरी आता था और लोगों से मिलता था।
फिलहाल आरोपी के खिलाफ बार एसोसिएशन की ओर से देर शाम तक कोई तहरीर नहीं दी गई। पदाधिकारियों ने बताया कि अभी एसोसिएशन की टीम ही आरोपी से पूछताछ कर रही है। इसके बाद सिविल लाइंस थाने में तहरीर देकर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।