अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश हादसे में राजस्थान के 11 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में प्रदेश के 6 परिवार के लोग शामिल है, इनमें 5 बांसवाड़ा, 4 उदयपुर, एक-एक बालोतरा और बीकानेर के रहने वाले हैं।
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बांसवाड़ा की डॉक्टर डॉ. कोनी व्यास अपने पति डॉक्टर प्रदीप जोशी और बच्चों के साथ।
डॉक्टर पति-पत्नी और तीन बच्चों की जान गई बांसवाड़ा की डॉ. कोनी व्यास, उनके पति डॉक्टर प्रदीप जोशी, बच्चे प्रद्युत जोशी, मिराया जोशी और नकुल जोशी की भी विमान क्रैश में मौत हो गई। उदयपुर के पेसिफिक हॉस्पिटल उमरड़ा के प्रबंधन ने बताया कि डाॅ. कोनी व्यास ने एक महीने पहले यहां से जॉब छोड़ दी थी। वे उनके पति के साथ ही रहने के लिए लंदन जा रही थी, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया।

खुशबू की पिता मदन सिंह राजपुरोहित के साथ आखिरी फोटो।
बेटी के साथ पिता की आखिरी फोटो, जाने से पहले परिवार से गले मिलकर रोईं बालोतरा के रहने वाले मदन सिंह राजपुरोहित की बेटी खुशबू के साथ यह आखिरी फोटो है। यह तस्वीर अहमदाबाद में एयर इंडिया के प्लेन क्रैश होने के कुछ देर पहले ही ली गई थी।

खुशबू लंदन रवाना होने से पहले परिवार के सदस्यों से गले मिली थी, इस दौरान सभी काफी भावुक थे।
खुशबू के पति लंदन में डॉक्टर है। खुशबू अपने पिता मदन राजपुरोहित के साथ बुधवार रात को अहमदाबाद के लिए निकली थी। पिता एयरपोर्ट छोड़कर मेहसाना के पास ही पहुंचे थे कि उनको प्लेन क्रैश की जानकारी मिली।

उदयपुर के भाई-बहन शुभ और शगुन की भी हादसे में जान चली गई है।
लंदन घूमने जा रहे थे भाई-बहन प्लेन में उदयपुर के मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी का बेटा शुभ और बेटी शगुन प्लेन में सवार थे। वे लंदन घूमने जा रहे थे। भाई-बहन एमबीए करने के बाद पिता का बिजनेस संभाल रहे थे।
सहेली नगर स्थित उनके मकान पर उदयपुर जिला कलेक्टर नमित मेहता पहुंचे और घटना की जानकारी ले रहे हैं। साथ ही आस-पड़ोस सहित रिश्तेदार भी यहां पहुंच रहे हैं। हादसे का पता चलते ही संजीव मोदी अहमदाबाद रवाना हो गए।

पूर्व विधायक के दोहिते की भी मौत बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ के पूर्व विधायक किशना राम नाई के दोहिते अभिनव परिहार पुत्र शिव परिहार की भी प्लेन क्रैश में मौत हो गई, वे लंदन में बिजनेस कर रहे थे। अभिनव ने पांच दिन पहले ही अहमदाबाद में ट्रेडिंग के व्यवसाय के लिए ऑफिस खोला था। वह यही शिफ्ट हो रहे थे।
दो दिन पूर्व अपने करीबी और मौसी के लड़के जितेंद्र मारू से मिलने वे राजकोट गए थे। जितेंद्र ने उन्हें लंदन नहीं जाने और भाभी श्वेता, बेटे विहान को यहीं बुलाने की बात कही थी। इस पर अभिनव ने हां भी कर ली थी।
उसने सोचा वह स्वयं ही जाकर पत्नी श्वेता और बेटे विहान को लेकर अपने घर, अपने देश हमेशा के लिए लौट आए। वह अपनी पत्नी और बेटे को लेने ही जा रहा थे ताकि इंडिया में स्थायी रूप से रह सके।

एक महीने पहले आए थे वरदीचंद उदयपुर के वल्लभनगर क्षेत्र के रूंडेड़ा निवासी वरदीचंद मेनारिया की भी हादसे में जान चली गई है। वे उदयपुर से करीब 47 किलोमीटर दूर हिरणमगरी क्षेत्र में रहते थे। वरदीचंद की पत्नी और उनका बेटा दीपक उन्हें अहमदाबाद छोड़ने गए थे। अभी वे वही है। वरदीचंद एक महीने पहले ही लंदन से आए थे। वरदीचंद के भाई भगवान लाल भी अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए हैं।
वरदीचंद के साथ ईंटाली के पास रोहिड़ा गांव के प्रकाश मेनारिया भी थे। दोनों ही लंदन में कुकिंग का काम करते थे। दोनों लंदन साथ जा रहे थे।