नई दिल्ली22 मिनट पहले
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गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून की दोपहर एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हो गया था। प्लेन सवार 241 लोगों की मौत हुई है। एक जीवित बचा है। मारे गए 241 लोगों में 169 भारतीय, 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक है। प्लेन जिस हॉस्टल बिल्डिंग से टकराया था, वहां से 29 शव मिले हैं। कुल शवों की संख्या 270 हो गई है।
प्लेन सवार जिन लोगों की मौत हुई, उनकी कहानियां सामने आ रही हैं। हादसे में एक व्यक्ति शामिल है, जो लंदन में जॉब करते थे। वे दो हफ्ते के लिए भारत आए थे। इसी बीच परिजनों ने उनकी शादी तय कर दी। 10 जून को कोर्ट मैरिज हुई थी। दो दिन बाद उनकी मौत हो गई।
नई नवेली दुल्हन उसे छोड़ने अहमदाबाद एयरपोर्ट तक गई थी और गुड बॉय बोला। बहू लौटकर घर भी नहीं पहुंची थी कि विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आ गई। उधर इंदौर की रहने वाली एक महिला की मौत हो गई। वे पति को सरप्राइज देने लंदन जा रहीं थीं।
1. हॉस्टल के मेस में खाना खा रहा था, वहीं प्लेन आकर गिरा, मौत

MBBS सेकेंड ईयर का छात्र आर्यन भी हॉस्टल की मेस में बैठा लंच कर रहा था।
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए प्लेन क्रैश की घटना में ग्वालियर के भी एक परिवार ने अपना बेटा खोया है। ग्वालियर के जिगसोली गांव के आर्यन राजपूत की इस हादसे में दर्दनाक मौत हुई है। जिस मेडिकल हॉस्टल पर प्लेन क्रैश होकर गिरा था आर्यन उसी में रहता था और एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। उसे दौरान आर्यन हॉस्टल की मैस में खाना खा रहा था तभी उसकी इस दर्दनाक हादसे में मौत हो गई थी।
2. 10 जून को कोर्ट मैरिज हुई, शादी के दो दिन बाद जिंदगी थमीं

भविक ने 12 जून की फ्लाइट बुक कराई थी। नई नवेली दुल्हन उसे छोड़ने अहमदाबाद एयरपोर्ट तक गई थी।
वडोदरा के 26 वर्षीय भविक माहेश्वरी लंदन में जॉब करते थे। वे दो हफ्ते के लिए भारत आए थे। इसी बीच परिजनों ने उनकी शादी तय कर दी। 10 जून को कोर्ट मैरिज हुई थी। परिवार ने सोचा था कि जब भविक अगली बार भारत आएगा तो धूमधाम से फंक्शन करेंगे और वह दुल्हन को भी लंदन ले जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पिता अर्जुन माहेश्वरी ने बताया, ‘भविक ने 12 जून की फ्लाइट बुक कराई थी। नई नवेली दुल्हन उसे छोड़ने अहमदाबाद एयरपोर्ट तक गई थी। बहू लौटकर घर भी नहीं पहुंची थी कि विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आ गई।
3. नवंबर में सगाई की तैयारी थी, अब घर में मातम

एयर होस्टेस और ट्रैवल इन्फ्लूएंसर 26 वर्षीय रोशनी सोनघारे की नवंबर में मर्चेंट नेवी अधिकारी से सगाई और मार्च में शादी तय थी। घर में तैयारियों का माहौल था। लेकिन हादसे ने सारी खुशियां मातम में बदल दीं। ठाणे के डोंबिवली का सोनघारे परिवार सदमे में डूबा है। रोशनी तीन दिन पहले ड्यूटी के लिए घर से निकली थीं।
4. परिवार मणिपुर हिंसा पीड़ित, इकलौती कमाने वाली थीं
क्रू मेंबर 26 साल की लैमनुंथेम सिंगसोन घर में इकलौती कमाने वाली थीं।
हादसे में जान गंवाने वाली मणिपुर क्रू मेंबर 26 वर्षीय लैमनुंथेम सिंगसोन घर में इकलौती कमाने वाली थीं। वे कुकी थीं। मणिपुर हिंसा में परिवार को घर छोड़ना पड़ा। उन्होंने विधवा मां से आखिरी बार 11 जून को बात की। दोनों ने फोन पर साथ प्रार्थना भी की। चचेरे भाई लुन किपजेन ने बताया, ‘सिंगसोन का बड़ा भाई बेरोजगार और गंभीर बीमारी से पीड़ित है। दो भाई पढ़ रहे हैं।’ हादसे के बाद से मां सदमे में है। खाना-पीना तक छोड़ दिया।
5. 27 साल पहले का हादसा- तब भी 11A सीट पर बैठा शख्स जिंदा बचा

12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया प्लेन क्रैश में 241 की मौत गई। सिर्फ विश्वास कुमार की जान बची। वे 11A सीट पर बैठे थे। यह वही सीट नंबर है जिस पर 27 साल पहले थाईलैंड के एक्टर सिंगर रुआंगसाक लोयचुसाक बैठे थे। वे भी विमान हादसे में जिंदा लौटे थे।
साल 1988 में थाई एयरवेज की उड़ान TG261 साउथ थाईलैंड में लैंडिंग करते वक्त रनवे से फिसलकर दलदल में गिर गई थी। इस हादसे में विमान में सवार 146 लोगों में से 101 की मौत हो गई थी। जिंदा बचे 45 लोगों में एक रुआंगसाक भी थे।
रुआंगसाक को जब एअर इंडिया फ्लाइट क्रैश की खबर मिली तो उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट किया। जिसमें लिखा कि, भारत में हुए विमान हादसे में जिंदा बचा शख्स उसी 11A नंबर की सीट पर बैठा था, जिसमें कभी मैं बैठा था।

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