डफनाला से इंदिरा ब्रिज तक नया रिवरफ्रंट बनाया जा रहा है। इसकी लागत 1200 करोड़ रुपए है।
कल्पना कीजिए कि आप नदी के किनारे-किनारे सीधे चलते हुए नरेन्द्र मोदी स्टेडियम के मुख्य द्वार पर आ जाएं? तो यह मज़ेदार है, है ना? जी हां, फिलहाल अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट फेज-2 का काम जोरों पर चल रहा है। डफनाला से इंदिरा ब्रिज तक नया रिवरफ्रंट बनाय
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5.50 किलोमीटर का विस्तार होगा अहमदाबाद साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना चरण-2 में नदी के दोनों ओर डफनाला से इंदिरा ब्रिज तक 5.50 किलोमीटर का विस्तार होगा। नदी की लम्बाई (दोनों ओर 11 किमी) पर विकास कार्य शुरू कर दिया गया है, जिसमें सीढ़ीनुमा तटबंध (अर्थात वह भाग जहां से नदी की ओर सीढ़ियां उतरती हैं) का डिजाइन तैयार किया जाएगा और अधिक से अधिक पेड़ लगाकर हरित विकास किया जाएगा।
नदी के दोनों ओर अधिक से अधिक पेड़ लगाकर हरित विकास किया जाएगा।
1200 करोड़ की लागत से विकसित करने की योजना रिवरफ्रंट के दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद, रिवरफ्रंट के दोनों किनारों की कुल लंबाई 34 किलोमीटर होगी। चरण 2 में नदी तट वर्तमान नदी तट से अधिक हरा-भरा होगा। फेज-2 के पूरा होने के साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा नरेंद्र मोदी स्टेडियम और सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव भी कनेक्टिविटी के साथ विकसित हो जाएगा। इसके अलावा वर्तमान में कार्यरत रिवरफ्रंट में आने वाले समय में अन्य नई गतिविधियां भी शुरू होने जा रही हैं।
अहमदाबाद साबरमती रिवरफ्रंट फेज-2 को लगभग 1200 करोड़ रुपये की लागत से विकसित करने की योजना है, जिसका कार्य मार्च 2024 से शुरू हो गया है। इस कार्य को 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य है। फिलहाल आरसीसी का 20 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। रिवरफ्रंट के दूसरे चरण के पूरा होने के बाद रिवरफ्रंट के दोनों किनारों की कुल लंबाई 34 किलोमीटर होगी।

दूसरे चरण के लिए कॉन्सेप्ट प्लानिंग और डिजाइनिंग लगभग पूरी हो चुकी है।
ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी चरण-2 रिवरफ्रंट चरण-1 से थोड़ा अलग होगा। चरण 2 में नदी तट वर्तमान नदी तट से अधिक हरा-भरा होगा। एसआरएफडीसीएल (साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड) के मुख्य महाप्रबंधक जगदीश पटेल ने दिव्य भास्कर से बात करते हुए बताया कि दूसरे चरण के लिए कॉन्सेप्ट प्लानिंग और डिजाइनिंग लगभग पूरी हो चुकी है।
रिवरफ्रंट फेज-2 में इस तरह से काम किया जाएगा कि भविष्य में रिवरफ्रंट से सीधे नरेंद्र मोदी स्टेडियम जाना संभव हो सकेगा, जिससे वर्तमान में जो सड़क मेट्रो की तरफ से स्टेडियम की ओर जाती है, वह आने वाले समय में अस्थायी मार्ग बन जाएगी, जिससे साबरमती, पावर हाउस, चांदखेड़ा और मोटेरा में किसी भी मैच या कार्यक्रम के दौरान होने वाले ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।