इंतेजार हैदर | सिद्धार्थनगर3 मिनट पहले
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सिद्धार्थनगर सांसद जगदंबिका पाल।
सिद्धार्थनगर के सांसद जगदंबिका पाल ने संसद में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के हित में आवाज उठाई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं के लिए मानदेय वृद्धि, अवकाश और पेंशन जैसी सुविधाओं की मांग की है।
देश में वर्तमान में 12.93 लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और 11.64 लाख सहायिकाएं कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश में यह संख्या क्रमशः 1.54 लाख और 1.32 लाख है। ये कार्यकर्ता मात्र 6000 रुपये मासिक मानदेय पर काम कर रही हैं।
सांसद पाल ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 3-6 वर्ष के बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा देने के साथ स्वच्छता और पोषण अभियान जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू करती हैं। उन्होंने कहा कि इन कार्यकर्ताओं को मातृत्व अवकाश और गर्मियों की छुट्टियां भी नहीं मिलतीं।
सुप्रीम कोर्ट ने 2022 के एक केस में माना है कि आंगनवाड़ी केंद्र सरकार की विस्तारित इकाई के रूप में कार्य करते हैं। गुजरात हाईकोर्ट ने भी एक फैसले में कहा है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को तृतीय श्रेणी और सहायिकाओं को चतुर्थ श्रेणी का वेतन मिलना चाहिए। न्यायालय ने इन्हें सरकारी सेवा में समाहित करने की बात कही है।
सांसद जगदंबिका पाल ने सरकार से आग्रह किया कि इन महिला कार्यकर्ताओं की मेहनत और योगदान को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द इन मांगों पर उचित निर्णय लिया जाए ताकि उन्हें उनकी मेहनत और सेवाओं का समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यह केवल एक सामाजिक कल्याण का विषय नहीं है, बल्कि एक ऐसा कदम है जो देश के लाखों बच्चों, माताओं और परिवारों के समग्र विकास में सहायक होगा।