आजमगढ़ पुलिस ने याददास्त चली जाने के दो वर्ष बाद परिजनों से मिलाया, राजस्थान चली गई थी महिला।
आजमगढ़ जिले की पुलिस ने विगत दो वर्ष पूर्व याददास्त चली जाने से गुमशुदा महिला को तलाश कर परिजनों से मिला। यह कोई पहला मामला इस तरह का नहीं है। इसके पूर्व भी जिले की पुलिस 49 वर्ष पूर्व गायब महिला को मिला चुकी है। जिले में चल रहे ऑपरेशन मुस्कान के तहत
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याददास्त चली जाने से अपने घर से भटककर अलवर राजथान चली गई थी। 25 मार्च को महिला ने राजस्थान की वार्डन शीतल शर्मा को अपना घर आजमगढ़ बताया। जिसके बाद शीतल शर्मा ने जिले के एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल से संपर्क किया। शीतल शर्मा ने बताया कि दो वर्ष पूर्व एक महिला आई थी। जिसका इलाज आश्रम के द्वारा किया जा रहा है।
याददास्त आने के बाद महिला ने अपना नाम दुर्वासा बताया व अपना घर देवारा क्षेत्र आजमगढ़ बताया। गुमशुदा अपने परिवार के पास जाना चाहती है। महिला की याद्दाश्त कम है और वह उसकी भाषा नहीं समझ पा रही है।जिसपर अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेन्द्र लाल द्वारा महिला से वार्ता की गयी तो महिला द्वारा बताया गया कि उसका मायका देवारा क्षेत्र में है और ससुराल भंवरनाथ मन्दिर के पास है। जिससे यह पता चला कि महिला आजमगढ़ की रहने वाली है और आजमगढ़ के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र से हो सकती है।
आजमगढ़ पुलिस लाइन में महिला से बात करते एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल और एसपी हेमराज मीणा।
10 टीमों का किया गया गठन
मामले की सूचना पर एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल ने 10 टीमों का गठन कर रौनापार थाने के प्रभारी को गुमशुदा महिला की फोटो देवारा के क्षेत्रों में सर्कुलेट कराया गया। आजमगढ़ के बाढ़ ग्रस्त एक विशेष क्षेत्र को देवारा क्षेत्र कहते है जिसमे थाना रौनापार व थाना महराजगंज आते है। जिसमे करीब सैकड़ो गाँव आते है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश के अनुपालन मे थाना रौनापार से कुल 10 टीम का गठन किया गया व देवारा क्षेत्र के प्रत्येक गाँव व प्रत्येक मजरा व मोहल्ला मे टीमो को भेजकर अभियान चलाकर फोटो तस्दीक कराया गया। जिससे पता चला कि महिला जो महिला आश्रम अलवर मे है उसका नाम दुर्वासा देवी पुत्री नन्दा निवासी अभ्भनपट्टी थाना रौनापार जनपद आजमगढ़ है।
महिला का विवाह थाना कन्धरापुर ग्राम हरिपुर निवासी रामनरेश से हुई थी। रामनरेश पूना में काम करते हैं। महिला के खो जाने की सूचना परिवार वालों द्वारा पुलिस को नहीं दी गयी थी। अपने परिजनों को पाकर महिला काफी खुश नजर आई। वहीं परिजनों ने भी पुलिस के इस प्रयास की सराहना की। पुलिस की इस टीम में सब इंस्पेक्टर सिद्धेश्वर सिंह कांस्टेबल प्रज्ञा यादव और रौनापार थाने के प्रभारी अनुपम जायसवाल की भूमिका सराहनीय रही।