आजमगढ़ के मारवाड़ी धर्मशाला में हुआ महामूर्ख सम्मेलन।
आजमगढ़ जिले में होली की शाम को श्री मारवाड़ी धर्मशाला समिति की ओर से महा मूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। यह परंपरा विगत 40 वर्षों से चली आ रही है। इस महामूर्ख सम्मेलन में निशुल्क मूर्खता की जांच की जाती है। इस महामूर्ख सम्मेलन का मुख्य मकसद होली
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इस कार्यक्रम में आए कवियों का कहना है कि वर्ष में एक बार हर व्यक्ति को अपनी मूर्खता की जांच करानी चाहिए। जिससे आपके अंदर मूर्खता के कण अधिक है तो आप किसी को भी मूर्ख बना सकते हैं। मूर्खता के कण कम है तो कोई भी आपको मूर्ख बना सकता है। इसलिए अपनी मूर्खता की जांच कारण हम भी होली मनाई और आप भी होली मनाएं।
आजमगढ़ के महामूर्ख सम्मेलन में काव्य पाठ करती कवियित्री।
बुरा ना मानो होली है
मारवाड़ी धर्मशाला समिति के प्रबंधक श्याम सुंदर डालमिया ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद आम जनमानस का मनोरंजन करना है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में जो भी हास्य कवि आते हैं। काव्य पाठ करते हैं और लोगों के मूर्खता की जांच भी करते हैं। होली हंसी खुशी का त्यौहार है।
ऐसे में बुरा न मानो होली है की तर्ज पर इस महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। इस सम्मेलन में पुरानी परंपराओं के जरिए समाज को जोड़ने का काम किया जाता है। यही कारण है की बड़ी संख्या में लोग इस महामूर्ख सम्मेलन में शामिल होते हैं और हंसी ठहाके का आनंद भी उठाते हैं।