आजमगढ़ में विवादित जिला विद्यालय निरीक्षक ने संपन्न करा दी यूपी बोर्ड परीक्षा।
आजमगढ़ जिले के विवादित जिला विद्यालय निरीक्षक उपेंद्र कुमार इन विवादों के बाद भी जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा करा दिए। जबकि आजमगढ़ जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले ही विवादों के घेरे में आ गई थी। जहां पहले केंद्र निर्धारण को लेकर ढाई लाख
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वही इस पूरे खेल में जिला विद्यालय निरीक्षक की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई। यही कारण है जब मामले की शिकायत शासन में बैठे अधिकारियों से की गई तो इस मामले की जांच जॉइंट डायरेक्टर दिनेश सिंह को सौंपी गई। इस मामले के बाहर आने पर जहां शिक्षा विभाग के परीक्षा प्रभारी उमाकांत यादव और सहायक लिपिक दिलीप कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। वहीं उपेंद्र कुमार जांच के दायरे मेंआ गए।
हालांकि इस जांच के बाद भी जिला विद्यालय निरीक्षक जिले में परीक्षा करा डाले। यूपी बोर्ड परीक्षा की सुचिता में लगातार जिले में सेंधमारी होती रही।
आजमगढ़ के गंभीरपुर थाना क्षेत्र में एटीएफ ने पकड़े थे छह आरोपी।
इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जहां गंभीरपुर थाना क्षेत्र में नकल माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिए यूपी स्पेशल टास्क फोर्स को दखल देना पड़ा।

आजमगढ़ का अमित कुमार सऊदी अरब में बैठकर रिश्तेदार से लिखवा रहा था कॉपी।
वहीं दूसरी तरफ गंभीरपुर थाना क्षेत्र में ही सऊदी अरब में बैठे एक शख्स ने अपने स्थान पर दूसरे से परीक्षा दिलवा डाली। हालांकि मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी को जेल भेजा गया। रही सही कसर 11 मार्च को अलीगढ़ जिले में तैनात जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह के स्कूल प्रियंका सिंह इंटर कॉलेज ने पूरी कर दी।
जहां छापेमारी के दौरान सामूहिक नकल के मामले में सात लोगों का नाम सामने आया और चार आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया। इससे समझा जा सकता है कि जिले में शिक्षा विभाग और नकल माफियाओं के बीच में किस तरह से शह और मात का खेल खेला जा रहा था। यही नहीं जिले में हुई इस बोर्ड परीक्षा में चार दर्जन से अधिक परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी कैमरे भी बंद पाए गए जिसे शासन ने नोटिस में लिया। इसके बाद जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक से शासन ने रिपोर्ट तलब किया। बावजूद इसके जिले में शिक्षा विभाग और नकल माफिया का खेल चलता रहा। इससे समझा जा सकता है का आजमगढ़ जिले में नकल माफियाओं की जड़े कितनी गहरी है।

आजमगढ़ के इस स्कूल पर मारा था STF ने छापा।
नकल माफियाओं को पकड़ रही STF
आजमगढ़ जिले में 24 फरवरी से हो रही यूपी बोर्ड परीक्षा सवालों के घेरे में थी। यूपी एसटीएफ की टीम ने गंभीरपुर थाना क्षेत्र के ठेकमा मुड़हर पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज में दूसरी पाली में आयोजित परीक्षा के दौरान STF की टीम ने छापा मारकर छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य बबिता तिवारी, जनसेवा केंद्र संचालक धर्मलेश, सॉल्वर नवनीत राय, सॉल्वर राधेश्याम, सॉल्वर शीतल तिवारी और सॉल्वर निधि पकड़े गए। सभी लोग गम्भीरपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। यह आरोपी 20 हजार से लेकर 50 हजार लेकर परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।
दुबई में बैठकर परीक्षा दिलवा रहा था अमित कुमार
आजमगढ़ जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा किस कदर मजाक बनी हुई थी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गंभीरपुर थाना क्षेत्र के ही राजाराम स्मारक इंटर कॉलेज में एक आरोपी सहित दो तीन बाल अपचारियों की हिरासत में लिया गया था। गंभीरपुर थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर का रहने वाला अमित कुमार पुत्र दग्गू उर्फ जग्गू जो कि विगत एक वर्ष से दुबई में रहकर ड्राइवर की नौकरी कर रहा है। उसके स्थान पर गंभीरपुर थाना क्षेत्र का ही रहने वाला एक बाल अपचारी परीक्षा दे रहा था। इससे समझा जा सकता है आजमगढ़ जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा की शुचिता किस तरह से तार-तार हुई।

आजमगढ़ के विवादित DIOS उपेंद्र कुमार।
JD की जांच में दोषी पाए गए DIOS
यूपी बोर्ड परीक्षा के सेंटर निर्धारण में हुई गड़बड़ी मामले की जांच शासन ने जिले के ज्वाइंट डायरेक्टर दिनेश सिंह को सौंपी गई थी। जांच में जिला विद्यालय निरीक्षक ने जेडी की जांच में मोटी रक़म लेकर बोर्ड परीक्षा का सेंटर निर्धारण किया गया था। इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) उपेन्द्र कुमार का वीडियोग्राफ़ी बयान भी दर्ज़ किया गया है।

आजमगढ़ के कई केंद्रों के बंद मिले सीसीटीवी।
बयान में DIOS उपेन्द्र कुमार ने पैसा लेकर सेंटर निर्धारण की बात को क़बूल भी कर लिया है। DIOS के बयान के बाद जेडी दिनेश सिंह ने शासन को अपनी जांच रिपोर्ट भी भेजा था। पर कार्रवाई के बजाय DIOS जिले में परीक्षा कराने में सफल रहे।

आजमगढ़ के कप्तानगंज थाना क्षेत्र में BSA के स्कूल में हो रही थी सामूहिक नकल।
BSA के स्कूल ने पूरी की रही सही कसर
आजमगढ़ जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा में हुई नल की रही सही कसर अलीगढ़ में तैनात बेसिक शिक्षा अधिकारी के स्कूल ने पूरी कर दी। 11 मार्च को जब जिले के प्रशासनिक अधिकारी राज्यपाल के आगमन को लेकर तैयारी में जुटे थे वहीं दूसरी तरफ बेसिक शिक्षा अधिकारी के स्कूल में सामूहिक नकल कराई जा रही थी।
जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नारफोरा बिलारी में प्रियंका सिंह इंटर कॉलेज में केंद्र व्यवस्थापक और प्रबंधक द्वारा कराई जा रही नकल के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में स्टेटिक मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार ने अपनी टीम के साथ जब विद्यालय में छापेमारी की तो इस छापेमारी में पाया गया कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमरनाथ पाठक और स्कूल के अन्य स्टाफ द्वारा डेस्क बेंच लगाकर उत्तर पुस्तिका लिखी जा रही थी। प्रधानाचार्य अमरनाथ पाठक और अन्य आरोपियों का यह कृत्य धोखाधड़ी साजिश और परीक्षा अधिनियम का दंडनीय अपराध होना पाया गया। इस संबंध में स्टेटिक मजिस्ट्रेट की शिकायत पर सात आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। इस मामले में कप्तानगंज थाने में प्रबंधक धर्मेंद्र प्रताप सिंह, माधुरी गौड़ अंकित मौर्य अजय यादव अमरनाथ पाठक गया निषाद और केंद्र व्यवस्थापक सहित सात आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। जिले में जिला प्रशासन और एसटीएफ की छापेमारी में 14 आरोपी अभी तक गिरफ्तार किए गए हैं जबकि अभी कई फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।