आजमगढ़ से कुक वीजा पर गए कन्हैया यादव को मास्को में बना दिया गया सैनिक, भेज दिया गया मोर्चे पर।
आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के बनकटा बाजार के रहने वाले युवक कन्हैया यादव 42 पुत्र फौजदार यादव की मास्को में छह माह पूर्व मौत हो गई थी।
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कन्हैया यादव की डेड बॉडी 23 दिसंबर की शाम वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंची। जहां से देर रात तक आजमगढ़ जिले में पहुंचने की उम्मीद है। वाराणसी से या डेड बॉडी पैतृक निवास स्थान बनकटा बाजार भेजी जाएगी। मामले की जानकारी मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।
कुक वीजा पर 16 जनवरी 2024 को मास्को पहुंचे थे कन्हैया यादव
आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के रहने वाले कन्हैया यादव 16 जनवरी 2024 को कुक वीजा पर रूस की राजधानी मास्को पहुंचे थे। इसी दौरान रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध में ट्रेनिंग देकर कन्हैया को लड़ाई के मैदान में भेज दिया गया। इस लड़ाई में 9 मई को वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। गंभीर अवस्था में इलाज के लिए मास्को के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान 17 जून 2024 को कन्हैया यादव की मौत भी हो गई थी।
इस मौत की जानकारी ना तो भारत सरकार को मिली और ना ही परिजनों को मिली। इस बारे में परिजनों ने बताया कि 6 दिसंबर को मास्को की एंबेसी से फोन आया जिसमें बताया गया कि कन्हैया यादव की मौत हो चुकी है। ऐसे में 17 जून 2024 को मृत्यु हुई कन्हैया यादव की डेड बॉडी 23 दिसंबर 2024 को देर रात्रि आजमगढ़ पहुंचेगी।
इससे समझा जा सकता है कि जो बड़ी संख्या में लोग नौकरी की तलाश में रूस जा रहे हैं। उन्हें यूक्रेन के खिलाफ चल रही लड़ाई के मैदान में उतारा जा रहा है और लगातार लोगों की मौत भी हो रही हैं। इससे रूस के हालात के बारे में समझा जा सकता है।