गाजा6 मिनट पहले
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बिबास परिवार के दोनों बच्चे केफिर, एरियल और उनकी मां शिरी की तस्वीर।
फिलिस्तीन का उग्रवादी संगठन हमास आज यानी गुरुवार को 4 इजराइली बंधकों के शव लौटाएगा। इन चार शवों में से तीन बिबास परिवार के दो बच्चे केफिर और एरियल और इनकी एक इनकी मां शिरी का होगा। 7 अक्टूबर 2023 को जिस वक्त केफिर और एरियल को बंधक बनाया गया था, तब उनकी उम्र नौ महीने और चार साल थी। एक अन्य बंधक के बारे में अभी जानकारी नहीं है।
दोनों पक्षों के नेगोशिएटर अल-हय्या ने बताया कि हमास ने गुरुवार 4 शव सौंपने पर सहमति जाहिर की है, जिनमें बिबास परिवार के शव भी शामिल हैं। इन बच्चों के पिता यार्डेन को इस महीने की शुरुआत में रिहा किया गया था। इसके अलावा हमास शनिवार को 6 बंधकों को रिहा करेगा। यह पहले से तय संख्या से डबल है।
शनिवार को रिहा होने वाले बंधकों के बदले इजराइल पिछले अक्टूबर से गिरफ्तार सभी महिलाओं और 19 साल से कम उम्र के फिलिस्तीनी लोगों को रिहा कर देगा। इसके साथ ही मिस्र बॉर्डर के जरिए गाजा में मलबा हटाने वाली मशीनें ले जाने की परमिशन देगा।

केफिर हमास की कैद में सबसे कम उम्र का बंधक था
केफिर को जब बंधक बनाया गया उस वक्त उसकी उम्र सिर्फ 9 महीने थी। तब वह हमास के कब्जे में सबसे कम उम्र का बंधक था। हमास ने नवंबर 2023 में दावा किया था कि शिरी और उनके दोनों बच्चों की इजराइली बमबारी में मौत हो चुकी है।
हमास ने तब एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें यार्डेन बिबास अपने परिजनों की मौत का जिम्मेदार इजराइली पीएम नेतन्याहू को बता रहे थे। हालांकि इजराइल ने कभी भी हमास के इस दावे को नहीं माना।
एक इजराइली अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि मृतक बंधकों का नाम घोषित करने से पहले इजराइल में उनकी पहचान की जाएगी।

पत्नी और बच्चों के साथ यार्डेन बिबास।
अब तक 6 बार हो चुकी बंधकों की अदला बदली
इजराइल और हमास में 19 जनवरी को बंधकों की रिहाई को लेकर सीजफायर हुआ था, जिसमें 3 फेज में बंधकों की रिहाई होना है। पहले चरण के तहत 33 इजराइली बंधकों को रिहा किया जाना है। इसमें से 19 बंधकों को अब तक 1100 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों के बदले रिहा किया जा चुका है। इजराइल का कहना है कि शेष 14 में से आठ की मौत हो चुकी है।
पिछले महीने लागू हुए सीजफायर डील के तहत बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की छह बार अदला-बदली हो चुकी है।

बीते शनिवार को इजराइल ने 369 फिलिस्तीनी कैदियों को टी-शर्ट पहनाकर रिहा किया किया। जबकि हमास ने 3 इजराइली बंधकों को छोड़ा था।
तीन फेज में पूरी हो रही सीजफायर डील
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच कैदियों की अदला-बदली की यह डील तीन फेज में पूरी होगी। इसमें 42 दिन तक बंधकों की अदला-बदली की जाएगी।
पहला फेज:
- 19 जनवरी से 1 मार्च तक गाजा में पूरी तरह से युद्धविराम रहेगा। हमास 33 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा। इजराइल रोजाना अपने एक बंधक के बदले 33 फिलिस्तीनी बंदियों को रिहा करेगा। हर एक इजराइली महिला सैनिक के बदले 50 फिलिस्तीनी बंदियों को रिहाई मिलेगी।
दूसरा फेजः
- कहा गया था कि पहले फेज के 16वें दिन, यानी 3 फरवरी तक सब कुछ ठीक रहा, तो दूसरे फेज की योजना पर बातचीत शुरू होगी। इस दौरान हमला नहीं किया जाएगा। जिंदा बचे हुए बाकी बंधकों को रिहा किया जाएगा। हालांकि बातचीत अभी तक शुरू नहीं हो सकी है।
- इजराइल 1 हजार फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, इनमें लगभग 190 कैदी 15 साल से ज्यादा समय से सजा काट रहे हैं।
तीसरा फेजः
- इस डील के आखिरी फेज में गाजा को दोबारा बसाया जाएगा। इसमें 3 से 5 साल का समय लगेगा। हमास के कब्जे में मारे गए बंधकों के शव भी इजराइल को सौंपे जाएंगे।
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हमास की कैद से शनिवार को 498 दिन बाद 3 इजराइली बंधकों की रिहाई हुई। हमास ने इन बंधकों को रेडक्रॉस के हवाले किया। इसके बाद तीनों बंधकों को रेडक्रॉस की गाड़ी से इजराइल लाकर सुरक्षा बलों को सौंप दिया गया। अस्पताल में इनकी जांच के बाद उन्हें परिवारों से मिलाया गया। यहां पढ़ें पूरी खबर…