श्री महाकालेश्वर मंदिर में भाजपा संगठन की ओर से सत्कार अधिकारी के रूप में पदस्थ बुद्धि विलास उपाध्याय को सत्कार अधिकारी के पद से हटा दिया गया है। संगठन ने उपाध्याय पर यह कार्रवाई लगातार मिल रही आर्थिक अनियमितताओं की शिकायतों के चलते की है।
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उपाध्याय भाजपा नगर इकाई में उपाध्यक्ष के पद पर थे, तभी इन्हें करीब 6 वर्ष पहले यह जिम्मेदारी सौंप गई थी। इसके चलते उन्हें पार्टी-संगठन व अन्य अनुशांगिक संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता व पदाधिकारी को श्री महाकालेश्वर के दर्शन करवाने की जिम्मेदारी थी। लेकिन आरोप है कि इस जिम्मेदारी का उपाध्याय ने बेजा फायदा उठाना शुरू कर दिया था।
इसके चलते संगठन ने उन्हें इस पद से मुक्त कर दिया। संगठन से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया कि लगातार मिल रही शिकायतों से प्रदेश संगठन व पार्टी के स्थानीय स्तर से लेकर प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर तक के पदाधिकारी नाराज थे। लिहाजा कार्रवाई की गई है। जल्द ही नए सत्कार अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। इधर, जब इस संबंध में उपाध्याय से उनका पक्ष जानने के लिए मोबाइल पर संपंर्क करना चाहा तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
पदाधिकारियों को दर्शन नहीं करवा पा रहे थे
^सत्कार अधिकारी के पद से उपाध्याय को हटा दिया है। वे पार्टी- संगठन के पदाधिकारियों को दर्शन व भस्म आरती नहीं करवा पा रहे थे। इसके अलावा उनके बारे में लगातार आर्थिक अनियमितता की शिकायतें मिल रही थी। ऐसे में संगठन के वरिष्ठों से चर्चा के बाद कार्रवाई की गई है। नए सत्कार अधिकारी की नियुक्ति जल्द की जाएगी। – संजय अग्रवाल, नगराध्यक्ष भाजपा