आसनसोल, 2 जून 2025:पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल में 28 मई को विशेष सघन टिकट जांच अभियान चलाया गया, जिसने बिना टिकट और अनियमित यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ रिकॉर्ड कार्रवाई की। इस व्यापक अभियान में कुल 2,788 मामलों में कार्रवाई की गई और ₹20,01,150 का जुर्माना वसूला गया। यह राशि पिछले वर्ष के एकदिवसीय सर्वाधिक ₹17,46,310 के रिकॉर्ड को पार कर गई।
रेलवे प्रशासन ने बताया कि इस ऑपरेशन में 82 चल टिकट परीक्षक (टीटीई) और 55 टिकट परीक्षक (टीई) समेत कुल 137 टिकट जांच कर्मियों को तैनात किया गया था। वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में पूरे मंडल के प्रमुख स्टेशनों और ट्रेनों में जांच की गई।
क्यों है ये अभियान अहम?
रेलवे के अनुसार, बिना टिकट यात्रा न केवल राजस्व की हानि करती है, बल्कि इससे स्टेशन की वास्तविक यात्री संख्या कम आंकने का खतरा रहता है। इसका सीधा असर स्टेशन के वर्गीकरण और उससे मिलने वाली यात्री सुविधाओं पर पड़ता है। उच्च श्रेणी के स्टेशन को एस्केलेटर, लिफ्ट, बेहतर प्रतीक्षालय, शौचालय, पीने का पानी जैसी सुविधाएँ मिलती हैं।
यात्रियों से अपील
रेलवे ने सभी यात्रियों से वैध टिकट के साथ यात्रा करने की अपील की है। प्रशासन ने यह भी बताया कि टिकट खरीदना केवल एक कानूनी जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि यात्री सुविधाओं के विस्तार में भागीदारी भी है। हर खरीदा गया टिकट यात्री के गृह और गंतव्य स्टेशन के विकास में योगदान देता है।
आगे भी जारी रहेगा अभियान
रेलवे प्रशासन ने संकेत दिया है कि इस तरह के सघन जांच अभियान आगे भी जारी रहेंगे। साथ ही मंडल द्वारा यात्रियों में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान भी चलाया जाएगा, ताकि सभी को नियमों के पालन और उनके उल्लंघन के परिणामों की जानकारी हो।
निष्कर्ष:यह रिकॉर्ड तोड़ अभियान रेलवे की “नियम-पालन और सेवा सुधार” नीति को दर्शाता है। रेलवे का उद्देश्य है – सभी के लिए सुरक्षित, निष्पक्ष और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करना।