Thursday, June 12, 2025
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इंडियन मीडिया पर पहली बार कथित ISI एजेंट नासिर ढिल्लों: बोला- एजेंट नहीं, ज्योति-जसबीर से कभी नहीं मिला; किसी भी जांच को तैयार


‘मुझ पर आरोप लग रहे हैं कि मैंने भारत में जासूसी के आरोप में पकड़ी गई ज्योति मल्होत्रा और जान महल (जसबीर सिंह) को पाकिस्तानी सेना के अफसरों से मिलवाया। ऐसा कुछ भी नहीं है। मैं वहां था ही नहीं। चाहो तो मेरे दोनों मोबाइल की जांच कर लो।’

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पाकिस्तानी यूट्यूबर और कथित ISI एजेंट नासिर ढिल्लों का ये भी दावा है कि वो ज्योति मल्होत्रा को न तो जानता है और न कभी उससे मिला है। जसबीर सिंह भी बेकसूर है। नासिर पर आरोप है कि वो ISI एजेंट है और पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़े गए भारतीय यूट्यूबर्स और व्लॉगर्स का रैकेट चला रहा है।

पंजाब से जासूसी के आरोप में अरेस्ट हुए जसबीर सिंह महल के फोन से भी नासिर से चैट की डिटेल मिली है। उसने ज्योति मल्होत्रा के साथ एक पॉडकास्ट किया था। साथ ही ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कई ऐसे वीडियो पोस्ट किए थे, जिन्हें लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

असल में नासिर ढिल्लों कौन है? ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वो भारत में किससे घटनाओं की कन्फर्मेशन ले रहा था? कैसे वो ज्योति मल्होत्रा और जसबीर के कॉन्टैक्ट में आया? भारतीय मीडिया में पहली बार नासिर ढिल्लों ने दैनिक भास्कर से बात कर इन सवालों के जबाव दिए। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…

सवाल: सबसे पहले अपने बारे में बताइए। नासिर ढिल्लों कौन हैं, क्या करते हैं? जवाब: भारतीय मीडिया ने तो मुझे ISI एजेंट बता दिया है। ISI एजेंट ऐसे मीडिया के सामने बैठकर कैसे बात कर रहा है। मैं बिजनेसमैन हूं। दुबई में मेरा बिजनेस है। पाकिस्तान में भी रियल एस्टेट का बिजनेस है। मेरी टूरिज्म कंपनी है। मैं जमींदार भी हूं और यूट्यूबर भी। मेरे 3 यूट्यूब चैनल हैं। मैंने 12 साल पाकिस्तान में पुलिस की नौकरी की। 2016 में नौकरी से रिजाइन किया और अपना काम शुरू किया।

सवाल: पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद ISI एजेंट बनकर काम करना, इस दावे पर आपकी क्या दलील है? जवाब: अगर मेरे खिलाफ कुछ मिलता है तो मैं भी सजा का हकदार हूं। मुझे जेल में डाल दीजिए। मैंने पंजाब DGP को भी बोल दिया है। अगर कुछ नहीं निकला तो आपकी मीडिया माफी मांगेगी। मैं खालिस्तान समर्थक नहीं हूं। उसे लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

जहां तक ISI एजेंट की बात है, ये 101 पर्सेंट झूठ है। हालांकि मुझे इसकी परवाह नहीं है। मैं अपने मुल्क में हूं। मेरी चिंता उन लोगों के लिए जिन्हें भारत की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनका कोई कसूर नहीं है। मैं अभी उनके लिए बात कर रहा हूं। आप लोगों ने किसी को भी एजेंट बना दिया, किसी को जासूस बना दिया। पहले आप सच सामने लेकर आइए।

सवाल: जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा था। तब आप भारत में कई लोगों से लगातार चैट कर रहे थे? जवाब: ये सारी बातें गलत हैं। हां, जो लोग पाकिस्तान आते-जाते हैं, उनसे कॉन्टैक्ट में था। अभी जैसे पंजाब में पकड़े गए जसबीर सिंह का मुद्दा चल रहा है। कहा गया कि वो 10 दिनों तक पाकिस्तान में मेरे पास रहा है। सच तो ये है कि वो कभी मुझसे मिला ही नहीं। मेरी उससे फोन पर बात हुई है। उसने मुझसे वीजा के बारे में पूछा था।

कोई भी पाकिस्तान आने के लिए कहता है, मैं सबकी हेल्प करता हूं। जो वीजा में हेल्प मांगता है, उसकी भी मदद करता हूं। मुझसे हजारों नहीं, लाखों लोग कॉन्टैक्ट करते हैं। 2014 से मैं लोगों की हेल्प कर रहा हूं। अब 2025 आ गया।

400 ऐसी फैमिली थीं, जो भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद बिछड़ गई थी। मैंने उन्हें मिलवाया। जो लोग भारत से पाकिस्तान अपना पुराना घर या गांव देखने आते हैं, हम उन्हें भी ले जाते हैं। इसी तरह व्लॉगर को भी ले जाते हैं।

नासिर ढिल्लों का कहना है कि उन्होंने बंटवारे में कई बिछड़े परिवारों को मिलवाया, जिसे सभी बड़े मीडिया ने कवर किया था।

नासिर ढिल्लों का कहना है कि उन्होंने बंटवारे में कई बिछड़े परिवारों को मिलवाया, जिसे सभी बड़े मीडिया ने कवर किया था।

अब वो पाकिस्तान को जैसे देखते हैं। वैसा ही अपने वीडियो में बताते हैं। अभी पंजाब के DGP ने मीडिया में कहा था कि पाकिस्तान जानबूझकर अपने फेवर में व्लॉगर्स से नैरेटिव सेट करवा रहा है। उनसे ये कहना चाहता हूं कि कोई भी ट्रैवल व्लॉगर अगर किसी मुल्क में जाता है, तो वहां जो कुछ देखता है, उसे वैसा ही बताता है।

उन व्लॉगर्स ने पाकिस्तान में भी वही किया। इसमें आखिर क्या बुराई है। इसी बात को लेकर उन पर FIR कर दी गई। उन्हें जेल भेज दिया गया। जैसे अभी जसबीर को जेल भेज दिया क्योंकि उसने पाकिस्तान के बारे में अच्छा बोल दिया।

सवाल: पंजाब के व्लॉगर जसबीर सिंह से आप कैसे कॉन्टैक्ट में आए, पहली बार किसके जरिए बात हुई? जवाब: मेरे पास हजारों लोगों के नंबर हैं। ये जसबीर सिंह महल का नंबर (फोन में दिखाते हुए) है। आप देखिए उससे पहली बार कैसे बात हुई थी। मेरी जसबीर से पहली बार 13 जनवरी 2024 को बात हुई थी। पहले उसका मैसेज आया, फिर चैट पर बात हुई थी। (स्क्रीन पर फोन दिखाते हुए)

जसबीर ने लाहौर के लिए वीजा को लेकर मैसेज किया था। पहली बार जो वॉयस चैट हुई थी, उसे भी सुना सकता हूं। (नासिर ने पहली वॉयस रिकॉर्डिंग भी सुनवाई)।

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मेरी जिन लोगों से भी बात हुई, सबकी डिटेल फोन में है। मैं किसी का मैसेज और चैट डिलीट नहीं करता। मैं इस समय UAE में हूं। यहां से जसबीर के लिए यही कहना चाहता हूं कि अगर जांच एजेंसी चाहे तो मैं अपना फोन इंडिया भिजवा सकता हूं। आप तसल्ली से जांच करवा लें।

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सवाल: जसबीर से पहली बार कॉन्टैक्ट कैसे हुआ? जवाब: आप मेरे इंस्टाग्राम पेज पर जाइए। वहां से आपको मेरा नंबर मिल जाएगा। यूट्यूब पर ईमेल से भी आपको नंबर मिल सकता है। जैसे आपको मेरा नंबर मिला। ठीक वैसे ही जसबीर को मेरा नंबर इंस्टाग्राम से मिला था। फिर उसने मुझे मैसेज किया और हमारी बात होने लगी।

सवाल: आप ज्योति मल्होत्रा को कैसे जानते हैं। पहली बार उनसे कैसे बात शुरू हुई। जवाब: मैं ज्योति मल्होत्रा को नहीं जानता। ज्योति ने पाकिस्तान से भारत लौटने के बाद मुझे मैसेज किया था कि वो मुझसे मिलना चाहती थी, लेकिन पाकिस्तान में नहीं मिल पाई। दरअसल दूसरे देशों से जो जत्थे (ग्रुप) आते हैं, उसे सिक्योरिटी मिलती है। उस सिक्योरिटी से बाहर नहीं जाने दिया जाता है।

उसने बाद में मुझसे कहा था कि आपके साथ पॉडकास्ट करना चाहती हूं। तब मैंने पाकिस्तान से ही उसके साथ पॉडकास्ट किया था। वो इंडिया में अपने स्टूडियो से जुड़ी थी और मैं लाहौर में अपने स्टूडियो में था।

सवाल: हमने पाकिस्तान के कई वीडियो देखे, जिसमें ज्योति काफी सिक्योरिटी में दिखी। क्या पाकिस्तान में हर विदेशी टूरिस्ट को ऐसी सिक्योरिटी मिलती है? जवाब: पाकिस्तान में कोई भी विदेशी टूरिस्ट चाहे वो इंडियन हो या दूसरे मुल्क का हो, उसे सिक्योरिटी मिलती है। अगर वो बोलेगा कि मुझे सिक्योरिटी नहीं चाहिए, तो नहीं मिलेगी। जो भी जत्था या ग्रुप बाहर से आता है, उनके साथ 5 या 10 नहीं बल्कि 15-20 पुलिसवाले होते हैं। 2-3 गाड़ियां होती हैं।

अगर वो बाजार भी जाएंगे तो भी पुलिसवाले साथ रहेंगे। ये प्रोटोकाल है। आप भी पाकिस्तान आएंगे तो ये सिक्योरिटी मिलेगी।

सवाल: पाकिस्तान हाई कमीशन में यूट्यूबर्स को लेकर जो वीडियो वायरल हुए थे, उसमें ज्योति मल्होत्रा और जसबीर पाकिस्तानी अफसरों के साथ देखे गए थे। पाकिस्तान के इस प्रोग्राम का क्या मकसद था? जवाब: वो कार्यक्रम दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन में हुआ था। हर साल होता है। उसमें 500-600 लोग इनवाइट किए गए थे। कमीशन के कॉन्टैक्ट में जो लोग होते हैं, जत्थेदार होते हैं, उन्हें कार्ड भेजा गया था। इनमें हिंदू और सिख सब होते हैं।

पाकिस्तान हाई कमीशन की 28 मार्च 2024 को दिल्ली में हुई इफ्तार पार्टी में पाकिस्तानी अधिकारी दानिश और उसकी पत्नी के साथ ज्योति।

पाकिस्तान हाई कमीशन की 28 मार्च 2024 को दिल्ली में हुई इफ्तार पार्टी में पाकिस्तानी अधिकारी दानिश और उसकी पत्नी के साथ ज्योति।

सवाल: पुंछ के एक गुरुद्वारे में पाकिस्तानी हमले में काफी नुकसान हुआ था। आपने ये खबर भारत में अपने जानने वाले से कन्फर्म करने का दावा किया था, क्या उसके नाम का खुलासा करेंगे? जवाब: मीडिया में बताया गया था कि पाकिस्तानी सेना ने सिखों के गुरुद्वारे में अटैक किया है। खबरें ये भी चलीं कि गुरुद्वारे में ग्रंथी, गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ कर रहे थे, तब हमला हुआ। भारत में मेरे बहुत जानने वाले हैं। पंजाब के एक नामी जर्नलिस्ट ने इसका वीडियो शेयर किया था। हमने इस बारे में उनसे पूछा।

उन्होंने हमें बताया कि हमला तभी हुआ था, जब ग्रंथी पाठ कर रहे थे, लेकिन उस वक्त वो गुरुद्वारे में नहीं थे, बल्कि अपने घर पर थे। उसी समय हमले में उनकी मौत हुई थी। मैंने वही वीडियो शेयर किया था।

सवाल: जब फिरोजपुर में पाकिस्तानी ड्रोन गिरा था, तब भी आपने भारत में कुछ करीबी लोगों से कन्फर्म किया था। क्या आप उनका नाम बताना चाहते हैं? जवाब: फिरोजपुर वाली घटना तो सोशल मीडिया पर कुछ साथियों से बात करके कन्फर्म की थी। भारत के कई लोगों से सोशल मीडिया पर मैं कनेक्टेड हूं। जैसे भारतीय मीडिया ने कहा है कि गिरफ्तार हुए जसबीर के फोन में 100-150 पाकिस्तानियों के नंबर हैं।

आप मेरा फोन देख सकते हैं। 10-12 हजार भारतीयों के नंबर हैं। मैं स्क्रीन पर दिखा सकता हूं। क्या नंबर होने से कोई जासूस बन जाता है। आज तो सैटेलाइट से सब कुछ पता कर सकते हैं।

नासिल ढिल्लों पर आरोप है कि वो इंडियन यूट्यूबर्स और व्लॉगर्स को अपने जाल में फंसाकर उनसे खुफिया जानकारी हासिल करता है।

नासिल ढिल्लों पर आरोप है कि वो इंडियन यूट्यूबर्स और व्लॉगर्स को अपने जाल में फंसाकर उनसे खुफिया जानकारी हासिल करता है।

सवाल: आपके कई ऐसे वीडियो भी हैं, जिसमें आप सिखों से पुलिस की नौकरी छोड़कर विद्रोह करने की बात कह रहे हैं। ये देशद्रोह कराने की साजिश जैसा है? जवाब: वो वीडियो 2015 के हैं। आज से 10-11 साल पहले के। उसमें मैंने सरकार के खिलाफ नहीं भड़काया, वो वीडियो मैंने सिंपैथी के तौर पर रिकॉर्ड किया था, लेकिन अपलोड नहीं किया। मैंने इसे कनाडा में एक दोस्त को भेजा था। उसी ने वीडियो अपलोड कर दिया।

सवाल: आपने वीडियो में पंजाब पुलिस से ये तो कहा ही था न कि जब तक खून नहीं बहेगा, तब तक कौम की तकदीर नहीं बदलेगी। इससे साफ है कि आप भारतीय पुलिस को भड़का रहे हैं? जवाब: मैंने कभी खून बहाने की बात नहीं की। मैं इस तरह की बात नहीं करता हूं। मैंने ये कहा था कि सैक्रिफाइस जरूर करना पड़ता है। बाहर निकलने की बात भी जरूर कही थी। ये भी कहा था कि आप प्रोटेस्ट कर लो, लेकिन आप बाहर जाकर किसी को मार दो, ये नहीं कहा था।

सवाल: बेशक आप इसे ना मानें, लेकिन इसका जो मतलब निकल रहा है, वो क्या भड़काने वाला नहीं है? जवाब: आपको इसका जो मतलब निकालना है, अपनी मर्जी से निकाल लीजिए। जैसे किसी को जासूस बना दिया, मुझे ISI एजेंट बना दिया। आपका मीडिया है, आप जो चाहें वो बना लीजिए।

सवाल: पहलगाम अटैक के बाद पाकिस्तान में लोग क्या सोच रहे थे। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सबूत दिए। आपका क्या कहना है? जवाब: पहलगाम अटैक में बेगुनाह लोग मारे गए। ऐसा नहीं होना चाहिए था। एक बेगुनाह का कत्ल पूरी इंसानियत का कत्ल है। ये गलत हुआ, लेकिन इसके पीछे क्या था, उसे लेकर सवाल है। इस घटना के 5 मिनट बाद ही पता चल गया कि हमले को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी थे। घटना के बाद वो लोग कहां भागे, इस बात का पता अब तक नहीं चल सका।

आप लोग कह रहे हैं कि हमले में हासिम मूसा शामिल था। उसे अब तक क्यों नहीं पकड़ा गया या मारा गया। उसे पकड़कर पूछताछ करें और सबूत पेश करें। तब हम मान लेंगे। हम और हमारा यूथ भी अपनी सरकार से सवाल करेगा कि ऐसा क्यों हुआ। बेबुनियाद आरोप तो नहीं मान लेंगे। ……………………

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