पंचमुखी हनुमानजी का विशेष श्रृंगार
इंदौर के एयरपोर्ट रोड स्थित प्राचीन हंसदास मठ में पंचमुखी हनुमानजी का विशेष श्रृंगार किया गया है। हनुमानजी की भुजाओं को सवा 1300 ग्राम चांदी से सजाया गया है। साथ ही गरुड़जी को भी चांदी के सर्पाकार मुकुट से श्रृंगारित किया गया है। इस तरह पूरा गर्भगृह
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मठ के हंस पीठाधीश्वर महामंडेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज के सानिध्य में महामंडलेश्वर महंत पवनदास महाराज ने बताया कि वर्ष 1997 में पहली बार हनुमानजी के पंचमुखी दिव्य स्वरूप का प्राकट्य हुआ था। तब से भक्तों की श्रद्धा निरंतर बढ़ती जा रही है।
यहां प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। वे सात गांठ बांधकर और सात परिक्रमा लगाकर अपनी मन्नत मांगते हैं। भक्त सेवफल का प्रसाद अर्पित करते हैं। मान्यता है कि इस प्रसाद से मन्नतें पूरी होती हैं। श्रद्धालु यहां संतान प्राप्ति, रोजगार और कारोबार में सफलता की कामना करते हैं। यह एकमात्र मंदिर है जहां हनुमानजी के चरणों में शनि विराजमान हैं। इसलिए शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति के लिए भी लोग यहां आते हैं।
भक्तों की बढ़ती आस्था को देखते हुए प्रतिवर्ष हनुमानजी के विग्रह को रजत मंडित किया जाता है। इस बार हनुमान जयंती पर विशेष उत्सव मनाने की तैयारियां की जा रही हैं। हनुमानजी को चांदी के त्रिशूल, तलवार, शंख, फर्सा और अन्य आभूषणों से सजाया गया है।