इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है। 2024 बैच के जूनियर छात्रों ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से शिकायत की है।
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छात्रों ने लिखा है कि रात 10.30 बजे उन्हें बुलाया व सिर झुकाकर खड़ा कर दिया जाता है। सुबह 5-6 बजे नशा उतरने तक सीनियर उन्हें पीटते हैं।
उन्हें 6-6 घंटे तक रूफटॉप पर सिर झुकाकर खड़ा रखा जाता है। आते-जाते पीटते हैं। असहज कपड़ों में छत पर बुलाते हैं। शहर में कहीं रावण की लंका है तो वह कॉलेज का बॉयज हॉस्टल है। जहां सिर्फ सीनियर्स का नियंत्रण है। जानकारी के मुताबिक इन्हीं कारणों से इस वर्ष 30 छात्रों ने हॉस्टल छोड़ दिया है।
हालांकि यह रैगिंग कब हुई, सोशल मीडिया पोस्ट पर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। वहीं मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और वार्डन से भी किसी तरह की शिकायत नहीं की गई है।
सोशल मीडिया हैंडल X पर स्टूडेंट ने यह फोटो ट्वीट कर घटना की जानकारी दी है।
हालांकि, एक छात्र ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए मैं निजी होस्टल में नहीं रह सकता। कॉलेज के हॉस्टल में रहना मेरी मजबूरी है। इसके लिए मुझे रैगिंग का शिकार होना पड़ता है।
हालांकि, उसने यह नहीं बताया कि सोशल मीडिया पर फोटो किसने वायरल किए। मामले में Indian Doctor नाम के X अकाउंट से प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और मप्र के मुख्यमंत्री को भी शिकायत की गई है।
छात्रों ने यह फोटो भी X पर अपलोड किया है। उनका दावा है कि यह इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज हॉस्टल है। यहां इसी तरह आधी रात से सुबह होने तक, जब तक सीनियर्स का नशा नहीं उतर जाता जूनियर स्टूडेंट की रैगिंग ली जाती है।
हॉस्टल वॉर्डन राजेंद्र मार्को ने बताया कि-
मेरे पास किसी छात्र ने रैगिंग को लेकर कोई शिकायत नहीं की। अब तक जिन छात्रों ने हॉस्टल छोड़ा है उसके कई कारण हैं। इस संबंध में कुछ दिन पहले एक पेरेंट ने फोन किया था। पर उन्होंने न तो अपना नाम बताया और ना ही स्टूडेंट का। इसके बाद हमने चौकसी बढ़ा दी थी। सीनियर छात्रों पर नजर रखी जा रही है।
छात्रों ने मैसेज पर यह शिकायत की है। लेकिन घटना किस स्टूडेंट के साथ हुई इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
पूर्व डीन संजय दीक्षित ने बताया कि-
रिटायरमेंट के पहले मेरे मोबाइल पर शिकायत आई थी। इसके बाद हॉस्टल में एंटी रैगिंग कमेटी बनाई गई थी। लेकिन, जांच के दौरान कमेटी के सामने किसी भी छात्र ने लिखित या मौखिक शिकायत नहीं की।
मंगलवार देर रात इस संबंध में Indian Doctor के X अकाउंट से यह दो पोस्ट वायरल की गई। इस संबंध में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से शिकायत की गई है।