उदय नगर जिनालय के प्रांगण में मुनि विनम्र सागर जी महाराज ने रविवार को अपने प्रवचन में कहा कि आपके बच्चों को सत्ता, संपत्ति , सिद्धि मिले , प्रसिद्ध मिले और इसके साथ ही उनकी जिंदगी को बचाना है तो उपनयन संस्कार अवश्य कराएं। उन्होंने कहा कि उपनयन संस्का
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दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के प्रचार प्रमुख सतीश जैन ने बताया कि आज देशभर से आए 301 बालकों का उपनयन संस्कार ब्रह्मचारी अविनाश भैया के द्वारा बोले गए 16 मन्त्रों से, मुनि विनम्र सागर जी, मुनि निस्वार्थ सागर जी महाराज, निसर्ग सागर जी महाराज एवं क्षुल्लक हीरक सागर जी महाराज के द्वारा किया गया।
सभी बच्चों ने मुंडन कराया। कई बच्चों ने प्रथम बार जिन प्रभु का अभिषेक, शांति धारा की और प्रथम बार मुनियों को आहार दान दिया। बालकों को सभी व्यसनों के साथ ही मोबाइल के सभी गेमों का भी त्याग कराया गया । उनके गले में जनेऊ डलवाए गए व हाथ में कलावा पहनाया गया। फिर उन्हें प्रतिदिन मंदिर जी के दर्शन व रात्रि भोजन के त्याग करने का नियम भी दिलवाया गया। साथ ही कहा कि प्रतिदिन एक बार माला अवश्य फेरना होगी। भोजन करने के पहले नौ बार णमोकार मंत्र का जाप करें। सभी को जीवन में अंतर जाति विवाह न करने का संकल्प भी दिया। तत्पश्चात सभी बालकों ने मुनि श्री की तीन परिक्रमा भी लगाई।

मुनि श्री ने कहा कि आप बच्चों को बड़े आदमी बनना चाहते हैं, इन्हें बढ़िया आदमी बनाओ। दीक्षा में दे सकता हूं लालन-पालन करना माता-पिता की जवाबदारी है।अपने कर्तव्य के चरम पर पहुंचे।आपने कहा कि गुरु के संकल्पों को पूरा करना भी गुरु की पूजा करना होता है। हम प्रभु की रचना नहीं है। प्रभु ने आगम बनाया और हम उसको पढ़कर के भगवान बनने की कोशिश करें।

जैन ने बताया कि आज सभी संस्कारित बच्चों को चांदी के कलश एवं अन्य खर्च विशाल जैन एवं राजेश जैन लारेल परिवार के द्वारा वहन किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत मनोज बाकलीवाल, मनीष नायक, सतीश डबडेरा, आनंद जैन, भरत जैन, पीसी जैन , संतोष जैन , रितेश जैन आदि के द्वारा किया गया। इस अवसर पर सतीश जैन, सचिन जैन, प्रदीप जैन, आलोक बंडा, शिरीष अजमेरा आदि के साथ ही बहुत अधिक संख्या में समाजजन मौजूद थे।मुनि संघ के प्रवचन प्रतिदिन सुबह 9 बजे उदय नगर मंदिर प्रांगण पर हो रहे हैं।
