Tuesday, May 6, 2025
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इंदौर हत्याकांड: निचली से सुप्रीम अदालत तक ने सास, ससुर, पति को दोषी माना और उम्रकैद की सजा सुनाई – Bhopal News



सास ने बहू को 32 बार चाकू से गोदा, फिर लाश के टुकड़े कर बगीचे में फेंका था

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ये कहानी किसी हॉरर मूवी की नहीं, बल्कि दरिंदगी की इंतेहा की है। घरेलू कलह ने ऐसा भयानक रूप लिया कि सास ने अपनी बहू पर वहशियाना ज़ुल्म ढा दिया। तकरीबन 19 साल पुराने इस दिल दहला देने वाले वाक्ये को सुनकर रुह कांप जाती है। इंदौर में एक सास को अपनी बहू इतनी नागवार गुजरी कि उसने 32 बार चाकू से गोद कर मौत के घाट उतार दिया।

इतना ही नहीं, लाश को ठिकाने लगाने के लिए पहले दो टुकड़े किए और फिर उन्हें 7 हिस्सों में काट दिया। बहू की अंतड़ियां तक निकाल कर पानी से धोईं। खून साफ किया। लेकिन उसका दिल न कांपा। बाद में लाश के टुकड़ों को दो पोटलियों में बांधकर एक बगीचे में फेंक दिया। मगर पुलिस से यह जुर्म छुप न सका और अब कातिल सास के साथ उसका बेटा और ससुर भी सलाखों के पीछे हैं।

उदयपुर के मशहूर चांदी व्यापारी की बेटी भूमि (19) का विवाह इंदौर के सर्वोदय नगर निवासी मनोज रामचंदानी (24) से हुआ था। मनोज के पिता जमनादास रामचंदानी शहर के बड़े व्यापारियों में गिनती रही। भूमि इस शादी से बहुत खुश थी। शादी के बाद भूमि और मनोज हनीमून मनाने बैंकॉक भी गए थे।

मगर वक्त के साथ घरेलू झगड़े बढ़ते गए। सास धनवंतरि (42) ने घर की सारी जिम्मेदारी भूमि पर डाल दी। छोटी-छोटी गलतियों पर वह उसे उलाहने देने से बाज नहीं आती। भूमि ने यह तकलीफ कभी अपने मायके में बयां नहीं की। धीरे-धीरे घर में तनातनी बढ़ती गई।

पति मनोज और ससुर जमनादास (48) की खामोशी भूमि को हमेशा अखरती थी, मगर उसे उम्मीद थी कि एक न एक दिन हालात सुधर जाएंगे। मगर उसे क्या मालूम था कि सास धनवंतरि तो उसकी मौत का इंतजाम सोचकर बैठी है।

इतनी नफरत… अंतड़ियां निकालीं, खून धोया फिर दो पोटलियों में बांधकर लाश बगीचे में फेंक आई

ऐसे हुआ था हत्याकांड का पर्दाफाश

16 सितंबर 2006 की रात, जब जमनादास घर लौटे तो दरवाजे पर ताला था। देर रात तक भी घर न खुला तो वे घबरा गए। वे सीधे जूनी इंदौर पुलिस थाना पहुंचे और पत्नी, बेटे, बहू की गुमशुदगी दर्ज करवाई। शहर के नामी व्यापारी के तीन लोगों की गुमशुदगी की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई। अगली सुबह पुलिस को शहर के एक पार्क में दो पोटलियां मिलीं। उन्हें खोला तो अंदर इंसानी जिस्म के कई टुकड़े मिले। ये नजारा देख पुलिस के होश उड़ गए। जांच में जल्द ही ये साफ हो गया कि शरीर के ये टुकड़े गुमशुदा भूमि के हैं।

रतलाम से पकड़ी गई थी कातिल सास और मनोज

पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल था कि जमनादास की पत्नी धनवंतरि और बेटा मनोज कहां हैं? पुलिस ने जमनादास से पूछताछ शुरू की तो वह टूट गए। जल्द ही पुलिस को पता तला कि धनवंतरि और मनोज रतलाम के एक रिश्तेदार के घर छुपे हैं। इंदौर पुलिस ने दोनों को रतलाम से गिरफ्तार कर लिया।

सच आया सामने… सास, ससुर और बेटे को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई, तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। धनवंतरि ने पुलिस को बताया कि आए दिन के झगड़ों से तंग आकर उसने भूमि की हत्या कर दी। पहले चाकू से 32 वार किए, फिर जिस्म को हिस्सों में काटा। फिर 7 टुकड़े किए। अंतड़ियां निकालीं, खून धोया और लाश को दो पोटलियों में बांध कर स्कूटी से बगीचे में फेंक आई। मनोज और जमनादास ने भी इस जुर्म में उसका साथ दिया था। इंदौर की सेशन कोर्ट ने धनवंतरि, जमनादास और मनोज को उम्रकैद की सजा सुनाई। हाईकोर्ट ने भी सेशन कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। फिर सुप्रीम कोर्ट ने भी इस सजा को बरकरार रखा।



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