हिसार में विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर फतेहाबाद के युवक से 10 लाख रुपए की ठगी हो गई। पीड़ित युवक को इटली में नौकरी लगवाने का झांसा दिया गया। एक साल तक आरोपी ने ना तो इटली भेजा और ना ही रुपए वापस किए।
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इतना ही नहीं वर्क वीजा की जगह एक महीने का टूरिस्ट वीजा पकड़ा दिया। इसके बाद विरोध किया तो पासपोर्ट वापस ले लिया। अब आरोपी ना तो रुपए वापस कर रहा है और ना ही पासपोर्ट लौटा रहा है। इतना ही नहीं जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।
इसको लेकर फतेहाबाद के गांव खजूरी जाटी निवासी मनीष ने हिसार जिले के आदमपुर थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने गांव भोडिया बिश्नोइयान निवासी प्रमोद पुत्र सीताराम जांगू के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित ने क्या कहा… 1. मैं 12वीं पास बेरोजगार था, इसलिए नौकरी चाहता था पुलिस को दी शिकायत में मनीष ने बताया कि मैं 12वीं कक्षा पास करने के बाद रोजगार की तलाश में इधर-उधर घूम रहा था। मार्च, 2024 में मुझे प्रमोद पुत्र सीताराम मिला और उसने कहा कि वह मेरे जैसे बेरोजगार युवाओं को विदेश में भेजकर उन्हें अच्छा काम दिलवा देता है।
उसने कहा कि वह पहले भी कई लोगो को विदेश भेज चुका है। मैं इस बात की पता करने के लिए प्रमोद की ढाणी गांव भोडिया बिश्नोईयान गया, वहां पर प्रमोद का पिता सीता राम भी था।
2. प्रमोद के पिता की बातों में आ गया पीड़ित ने बताया कि प्रमोद ने अपने पिता सीता राम के सामने मुझे विदेश भेजकर रोजगार दिलाने का भरोसा दिलाया और प्रमोद मन के पिता सीताराम ने भी इस बात पर सहमति जताते हुए पूर्ण विश्वास दिलाया और कहा कि 10 लाख रुपए में तुम्हें इटली भेजकर अच्छी नौकरी दिलवा देंगे।
यह बात मैंने अपने घरवालों को बताई तो उन्होंने इस बात के लिए 10 लाख रुपए का इंतजाम करने की बात कही। इसके बाद 6 अप्रैल 2024 को मैं अपने दोस्तों सुरजीत निवासी गांव धांगड़ और सुभाष खीचड़ निवासी फतेहाबाद को साथ लेकर ऑफिस मंडी आदमपुर में गए व रुपए दे दिए।

3. एक महीने बाद टूरिस्ट वीजा बनवा दिया इसके साथ ही प्रमोद ने मेरा पासपोर्ट मुझसे ले लिया और कहा कि 1-2 महीना में आपका वीजा और टिकट आ जाएंगे और फिर तुम्हें इटली भिजवा दूंगा। मैं इसके बाद वीजा का इंतजार में विदेश जाने की तैयारी में लग गया।
16 अप्रैल 2024 को प्रमोद ने मुझे मेरा पासपोर्ट व वीजा दे दिया, जिसे लेकर मैं घर आ गया और घर आकर देखा कि वह वीजा तो 5 मई 2024 से 5 जून 2024 तक का ही टूरिस्ट वीजा है। इसके बाद जब मैंने प्रमोद से बात की उसने कहा कि तकनीकी गलती की वजह से आपका टूरिस्ट वीजा बना गया, मुझे यह वापस दे दो, मैं इसे ठीक करवाकर आपका वर्क वीजा बनवाकर दे दूंगा।
4. इसके बाद भी विदेश भेजने का आश्वासन दिया पीड़ित मनीष ने बताया कि 6 मई 2024 को मैं अपनी बुआ के लड़के राजकुमार पुत्र हवा सिंह निवासी गांव धांगड़ को साथ लेकर प्रमोद की ढाणी गया और प्रमोद ने मुझसे मेरा पासपोर्ट व टूरिस्ट वीजा ले लिया और 15-20 दिन में ठीक करवाकर वर्क वीजा लगवाने का भरोसा दिया।
इस बात की सहमति प्रमोद के पिता सीताराम ने भी की कि चिंता मत करो, तुमने 10 लाख रुपए दिए हैं तो तुम्हे हम इटली का वर्क वीजा लगवाकर अच्छी नौकरी लगवाएंगे। इसके बाद जब एक महीना तक मेरा वीजा व पासपोर्ट मुझे ना मिला तो मैंने प्रमोद से संपर्क किया तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
5. पैसे वापस नहीं देने पर पंचायत बुलाई मनीष ने बताया कि मैं प्रमोद की ढाणी भी गया, वहां पर प्रमोद व उसके पिता मिले तो उन्होंने कहा कि आपके पासपोर्ट व वीजा मे कुछ दिक्कत आ गई है। कुछ दिन और रूको। जब कुछ दिन बाद तक भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मैं अपने दादा हवा सिंह को साथ लेकर प्रमोद की ढाणी गया तो वहां सीताराम मिले।
उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद एक बिरादरी पंचायत 14 जुलाई 2024 को बुलाई, जिसमे प्रमोद के पिता सीताराम हाजिर थे और इसके साथ-साथ पंचायत में सरपंच अरविन्द बिश्नोई, गंगाजल, आत्मा राम, सन्तलाल, राजेन्द्र कुमार, राजेन्द्र सिंह, महेन्द्र सिंह, शबद सिंह भी मौजूद थे।
6. पंचायत में आरोपी के पिता ने पैसे लौटाने का वादा किया पंचायत की मौजूदगी में सीताराम ने इकरार किया कि जो 10 लाख रुपए मनीष से उसे विदेश भेजने के नाम पर ले रखे हैं, वह 15 जनवरी 2025 तक अदा कर दूंगा। इस बाबत पंचायत में लिखित भी हुई जिस पर सीताराम ने भी अपने हस्ताक्षर किए।
15 जनवरी को मैं, मेरे दादा हवा सिंह व पंचायत के मौजिज आदमी प्रमोद व सीताराम से मिलकर अपना पासपोर्ट व 10 लाख रुपए मांगे तो उन्होंने मेरा पासपोर्ट व पैसे देने से साफ मना कर दिया और साथ ही साथ मुझे कहा कि अगर इस बारे में कहीं कोई कार्रवाई की तो पैसे तो तुम्हारे हमने हड़प ही लिए हैं, तुम्हे जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है।