Vidur Niti in Hindi: प्राचीन भारत के महान ज्ञानी और नीति विशेषज्ञ महात्मा विदुर ने महाभारत में धृतराष्ट्र को अनेक महत्वपूर्ण नीतियों की सीख दी थी. इन्हीं उपदेशों को हम विदुर नीति के नाम से जानते हैं. विदुर की नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी उस समय थीं. उन्होंने जीवन, समाज, रिश्ते, धर्म और कर्तव्य से जुड़े कई गूढ़ रहस्य बहुत सरल शब्दों में समझाए. महात्मा विदुर का मानना था कि अगर व्यक्ति जीवन में सही मार्गदर्शन चाहता है, तो उसे केवल अच्छे लोगों की संगति में रहना चाहिए और बुरे स्वभाव वाले लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. उन्होंने ऐसे 7 प्रकार के लोगों का उल्लेख किया है जिनसे हमेशा सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि ये लोग जीवन में दुख, तनाव, धोखा और हानि का कारण बनते हैं. आइए जानते हैं, कौन हैं वो 7 लोग जिनसे विदुर नीति के अनुसार दूरी बनाकर रहना ही समझदारी होती है.
महात्मा विदुर के अनुसार, जो व्यक्ति बार-बार झूठ बोलता है, वह भरोसे के काबिल नहीं होता. वह अपने स्वार्थ के लिए किसी को भी धोखा दे सकता है. ऐसे व्यक्ति से दोस्ती या रिश्ता रखना खतरनाक हो सकता है. झूठ बोलने की आदत धीरे-धीरे दूसरों के जीवन को भी प्रभावित करती है और उस इंसान की विश्वसनीयता हमेशा के लिए खत्म हो जाती है.
2. चापलूस यानी झूठी तारीफ करने वाला
जो व्यक्ति सामने मीठा बोलता है और पीठ पीछे बुराई करता है, वह कभी भी सच्चा मित्र नहीं हो सकता. महात्मा विदुर के अनुसार चापलूस लोग अक्सर आपकी कमजोरी का फायदा उठाते हैं और आपको गलत निर्णय लेने की तरफ धकेलते हैं. ऐसे लोगों की संगति से व्यक्ति भ्रमित होता है और कई बार अपना नुकसान भी कर बैठता है.
जो व्यक्ति बात-बात में गुस्सा करता है, वह अपने और दूसरों के लिए नुकसानदायक होता है. क्रोध इंसान को अंधा बना देता है और वह अपने शब्दों और कर्मों पर नियंत्रण खो बैठता है. महात्मा विदुर कहते हैं कि क्रोधी व्यक्ति से दूरी बनाए रखना ही बेहतर है, वरना उसकी अग्नि में आप भी जल सकते हैं.
4. धोखेबाज और विश्वासघाती
जो लोग मित्र बनकर पीठ में छुरा घोंपते हैं, उनका कोई भरोसा नहीं किया जा सकता. ऐसे लोग अपने लाभ के लिए रिश्तों की भी परवाह नहीं करते. महात्मा विदुर का स्पष्ट मत है कि धोखेबाज व्यक्ति की संगति से न केवल मन को पीड़ा मिलती है बल्कि जीवन में बार-बार धोखा खाने की संभावना बढ़ जाती है.
जो व्यक्ति हर समय परेशान, उलझन में और मानसिक रूप से असंतुलित रहता है, वह न खुद को सुखी रख सकता है और न ही दूसरों को. महात्मा विदुर कहते हैं कि ऐसा व्यक्ति अनजाने में आपके जीवन में भी नकारात्मक ऊर्जा ला सकता है. इसलिए मानसिक रूप से स्थिर और सकारात्मक सोच वाले लोगों की संगति करना ही बेहतर होता है.
7. गुप्त बातें दूसरों से साझा करने वाला व्यक्ति
जो व्यक्ति दूसरों की बातें इधर से उधर करता है, वह भरोसे के लायक नहीं होता. विदुर नीति कहती है कि ऐसे लोग कभी किसी के नहीं होते. वे आज आपकी बातें किसी को बताएंगे तो कल आपकी बातें दूसरों से कह देंगे. इसलिए ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाकर चलना चाहिए.