रियाद16 मिनट पहले
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कट्टर इस्लामी नियमों के लेकर मशहूर सऊदी अरब अब शराब पर बैन हटाने की तैयारी में जुट गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सऊदी सरकार देश में 600 टूरिस्ट प्लेस पर शराब की बिक्री शुरू करने की योजना बना रही है।
मेट्रो न्यूज के मुताबिक शराब की अनुमति देने वाले नए लाइसेंसिंग कानून 2026 में लागू होंगे। ऐसा 2030 में वर्ल्ड एक्सपो और 2034 में शुरू होने वाले फुटबॉल वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।
सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) के हाथों में सत्ता आने के बाद से कई बड़े बदलाव हो चुके हैं। उन्होंने उन्होंने महिलाओं को गाड़ी चलाने की इजाजत दी, सिनेमाघर फिर से खोले, और संगीत समारोहों की भी मंजूरी दी। अब शराब को भी सीमित तौर पर मान्यता देने की तैयारी हो रही है।
20% से ज्यादा अल्कोहल वाले शराब पर बैन
यह शराब सिर्फ कुछ लाइसेंस प्राप्त जगहों जैसे 5-स्टार होटल, लग्जरी रिसॉर्ट और खास विदेशी इलाकों में ही मिलेगी। यहां सिर्फ बीयर, वाइन जैसे हल्के अल्कोहल वाले पेय ही मिलेंगे। 20% से ज्यादा अल्कोहल वाले पेय अभी भी बैन रहेंगे।सरकार का मानना है कि इससे टूरिज्म बढ़ेगा और सऊदी अरब, दुबई और बहरीन जैसे देशों से मुकाबला कर पाएगा, जहां पर्यटकों को शराब पीने की छूट दी जाती है।
1932 में सऊदी बनने के बाद से ही शराब इस्लामी कानून के मुताबिक प्रतिबंधित थी। लेकिन 1952 में इसे लेकर बेहद सख्त नियम बनाए गए। अब 73 साल बाद इसमें ढील दी जा रही है। हालांकि सऊदी में आम लोगों के घरों, दुकानों और सार्वजनिक जगहों पर शराब पीना या रखना अभी भी मना रहेगा। यह छूट सिर्फ विदेशी पर्यटकों और कुछ खास जगहों तक ही सीमित रहेगी।

सऊदी अरब की राजधानी रियाद में बिना अल्कोहल वाली ड्रिंक (मॉकटेल) बना रहा एक बारटेंडर।
2024 में विदेशी डिप्लोमैट्स के लिए खुली दुकान
2024 में रियाद के डिप्लोमैटिक इलाके में पहली शराब की दुकान खोली गई थी। यह दुकान सिर्फ गैर-मुस्लिम विदेशी राजनयिकों के लिए है। हालांकि उनका दुकान में मोबाइल फोन ले जाना मना है और हर ग्राहक को मोबाइल ऐप से शराब खरीदने की लिमिट तय की गई है।
अधिकारियों ने कहा कि उनका मकसद है कि सऊदी अरब अपनी संस्कृति को बनाए रखते हुए दुनियाभर के लोगों का खुले दिल से स्वागत करे। ताकि दुनिया सऊदी को एक ऐसा देश माने जो आगे बढ़ रहा है, लेकिन अपनी परंपराओं की इज्जत भी करता है।
वर्ल्ड एक्सपो क्या है जिसके लिए नियम बदल रहे MBS

जापान में वर्ल्ड एक्सपो 2025 की शुरुआत 13 अप्रैल को हुई है। यह 13 अक्टूबर तक चलेगा।
वर्ल्ड एक्सपो एक ऐसा शो है जहां अलग-अलग देश, कंपनियां या संगठन अपने उत्पाद, तकनीक, संस्कृति, या विचारों को दुनिया के सामने पेश करते हैं। इसका मकसद मकसद लोगों को नई चीजें दिखाना, व्यापार बढ़ाना, संस्कृति और तकनीक का आदान-प्रदान करना है।
वर्ल्ड एक्सपो कई देशों को एक मंच पर लाता है। इसमें देश अपनी संस्कृति, टेक्नोलॉजी, और उपलब्धियों को दिखाते हैं। यह हर 5 साल में आयोजित होता है और 6 महीने तक चलता है। वर्ल्ड एक्सपो 2030 सऊदी अरब की राजधानी रियाद में होगा। यह आयोजन 1 अक्टूबर 2030 से 31 मार्च 2031 तक चलेगा।
अरब देशों में शराब का सेवन और बिक्री ज्यादातर इस्लामिक कानूनों (शरिया) के कारण सख्ती से नियंत्रित या प्रतिबंधित है, क्योंकि इस्लाम में शराब को हराम माना जाता है। हालांकि, कुछ अरब देशों में शराब के सेवन और बिक्री के लिए छूट दी गई है, खासकर गैर-मुस्लिमों और पर्यटकों के लिए।

कतर ने शराब बेचने से कर दिया था इनकार
कतर ने वर्ल्ड कप शुरू होने से ठीक पहले वर्ल्ड कप के लिए शराब नीति को बदल दिया था। दरअसल, साल 2022 में कतर ने फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी की थी। इस दौरान उसने फीफा को यकीन दिलाया था कि वह स्टेडियम में शराब बेचने की अनुमति देगा।
लेकिन टूर्नामेंट से सिर्फ दो दिन पहले यह फैसला किया गया कि स्टेडियमों में बीयर नहीं बेची जाएगी। कतर के इस फैसले से कई प्रशंसक नाराज हुए थे। फीफा को भी दिक्कतें आई थी क्योंकि वर्ल्ड कप का बीयर कंपनी बडवाइजर के साथ बड़ा करार था।