Wednesday, March 26, 2025
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इस दिन से साढ़े सात साल तक इन 3 राशियां पर कसेगा शनिदेव का शिंकजा, ना करें ये गलती, जानें बचने के उपाय


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Shani ki Sade Sati 2025: 29 मार्च शनिदेव का गोचर होने वाला है और ज्योतिष शास्त्र में यह सबसे बड़ा गोचर होने वाला है. शनि जब गोचर करते हैं, तब इसका प्रभाव देश दुनिया, जीव-जंतु, मनुष्य, राशि समेत सभी पर पड़ता है….और पढ़ें

शनि साढ़ेसाती 2025 का प्रभाव

हाइलाइट्स

  • 29 मार्च से शनि का गोचर मीन राशि में होगा.
  • मेष, कुंभ और मीन राशियों पर साढ़ेसाती शुरू होगी.
  • शनि की साढ़ेसाती से बचने के उपाय करें.

शनिदेव 29 मार्च को मीन राशि में गोचर करने वाले हैं और यह गोचर विक्रम संवत 2081 के अंतिम दिन रात 9 बजकर 44 मिनट पर होने वाला है. साथ ही इस दिन साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है, हालांकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. शनि जब एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तब किसी एक राशि से साढ़ेसाती खत्म हो जाती और एक राशि पर साढ़ेसाती शुरू हो जाती है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सभी ग्रहों में शनिदेव सबसे धीमी चाल चलते हैं, इस वजह से शनि के राशि परिवर्तन में ढ़ाई वर्ष का समय लगता है. अब इसी क्रम में शनिदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करने वाले हैं तो 29 मार्च से किसी एक राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू होने वाली है. आइए जानते हैं किन शनि गोचर से किन-किन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती शुरू होने वाली है…

इस तरह लगती है शनि की साढ़ेसाती
न्याय के देवता शनिदेव विक्रम संवत 2081 के अंतिम दिन 28 मार्च दिन शनिवार को शनि गोचर करने वाले हैं. शनि जिस राशि में गोचर करते हैं, उस जन्म राशि से बाहरवें, पहले और दूसरे स्थान पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव शुरू हो जाता है. शनि जिस दिन गोचर करने वाले हैं, उस दिन सूर्य पर ग्रहण भी लगने वाला है.

इन राशियों पर शुरू होगी साढ़ेसाती
शनि के गोचर करने के बाद ही मकर राशि पर चल रही साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी और मेष राशि वालों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी. इस समय शनि की साढ़ेसाती मकर, कुंभ और मीन राशि वालों पर चल रही है लेकिन 29 मार्च से यह स्थिति बदल जाएगी. शनि के मीन राशि में आने पर मकर की जगह मेष राशि वालों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी अर्थात शनि गोचर से कुंभ, मीन और मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी.

शनि की साढ़ेसाती के तीन चरण
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शनि की साढ़ेसाती के तीन चरण होते हैं और हर चरण ढ़ाई साल का होता है. शनि के राशि परिवर्तन भी ढाई साल का होता है, ऐसे में जब जब शनि राशि परिवर्तन करते हैं, तब तब शनि की साढ़ेसाती का चरण बदलता है और इस तरह शनि के तीन चरणों को पूरा करने को शनि की साढ़ेसाती कहा जाता है. शनि के गोचर करने के साथ ही मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा, इसके बाद कुंभ राशि वालों पर अंतिम यानी तीसरा चरण और मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा.

साढ़ेसाती के तीन चरणों का प्रभाव
प्रथम चरण – शनि की साढ़ेसाती के प्रथम चरण को उदित चरण कहा जाता है और इस चरण में आर्थिक क्षेत्र में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. सेहत भी अच्छी नहीं रहती है, जिसकी वजह से कई कार्य अटक जाते हैं और व्यक्ति का मन सांसारिक चीजों से दूर हटने लगता है. धन संबंधित समस्या की वजह से कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है और कई आर्थिक खर्चे बढ़ जाते हैं.

दूसरा चरण – शनि की साढ़ेसाती के दूसरे चरण में शनिदेव व्यक्ति की चंद्र राशि से होकर गुजरते हैं. शनि की साढ़ेसाती में दूसरा चरण सबसे कठिन समय माना जाता है. इस चरण के प्रभाव से पर्सनल व प्रफेशनल लाइफ में कई तरह के संकटों का सामना करना पड़ सकता है. दोस्तों, प्रियजन, रिश्तेदारों और जान-पहचान के लोगों से रिश्ते खराब होने लगते हैं. साथ ही कार्यक्षेत्र में असफलता का सामना करना पड़ सकता है.

तीसरा चरण – शनि की साढ़ेसाती के अंतिम चरण में दो चरणों में किए गए कार्यों का फल प्राप्त होता है. दो चरणों में आपने जो भी कर्म किए हैं, उसका फल तीसरे चरण में मिलता है. इस चरण में आर्थिक संतुलन खराब होने लगता है, पारिवारिक मसले बढ़ने लग जाते हैं और धर्म कर्म के कार्यों पर विश्वास हट जाता है.

शनि की साढ़ेसाती के उपाय
1- शनि की साढ़ेसाती के समय हर शनिवार को शनि मंदिर में छाया दान अवश्य करें, ऐसा करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है.
2- शनिवार का व्रत करें और शनि के बीज मंत्र ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः मंत्र का कम से कम तीन माला जप करें.
3– शनि से संबंधित चीजें जैसे काला छाता, काला जूता-चप्पल, लोहा, काले तिल आदि चीजों का दान करें.
4- शनिवार को सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें.
5- गरीब व मजदूरों की सेवा करें और पीपल की भी पूजा अर्चना करें.

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शनि गोचर से इन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती होगी शुरू, जानें प्रभाव और उपाय



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