Monday, June 16, 2025
Monday, June 16, 2025
Homeविदेशईरान से आर्मेनिया के रास्ते लौटेंगे भारतीय छात्र: इजराइल से टकराव...

ईरान से आर्मेनिया के रास्ते लौटेंगे भारतीय छात्र: इजराइल से टकराव के बीच 1500 स्टूडेंट्स फंसे; ईरान बोला- बॉर्डर खुले, विदेशी नागरिक जा सकते हैं


तेहरान/नई दिल्लीकुछ ही क्षण पहलेलेखक: उत्कर्ष कुमार सिंह

  • कॉपी लिंक
तस्वीर ईरान में फंसे विदेशी छात्रों की है। - Dainik Bhaskar

तस्वीर ईरान में फंसे विदेशी छात्रों की है।

इजराइल से लगातार चौथे दिन जारी लड़ाई के बीच ईरान ने सोमवार को विदेशी नागरिकों को देश छोड़ने की इजाजत दे दी है। भास्कर के सूत्रों ने बताया कि भारत ने अपने छात्रों को निकालने के लिए ईरान में आर्मेनिया के राजदूत से बात की है।

छात्रों को आर्मेनिया बॉर्डर पर नॉरदुज चौकी से बसों से निकाला जाएगा। ईरान में 1,500 स्टूडेंट्स सहित लगभग 10 हजार भारतीय फंसे हैं। ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि मौजूदा हालात में देश के एयरपोर्ट भले ही बंद हैं लेकिन लैंड बॉर्डर्स खुले हुए हैं।

विदेशी नागरिकों को ईरान छोड़ने से पहले राजनयिक मिशनों के जरिए ईरान के जनरल प्रोटोकॉल विभाग को अपना नाम, पासपोर्ट नंबर, गाड़ी डिटेल्स, देश से निकलने का समय और जिस बॉर्डर से जाना चाहते हैं, उसकी जानकारी पहले से देनी होगी।

भारतीय छात्रों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई

ईरान से कैसे लौटेंगे भारतीय छात्र

ईरान के अलग-अलग शहरों से भारतीय छात्र आर्मेनिया से लगी नॉरदुज बॉर्डर पहुंचेंगे। यहां से इन्हें बस से आर्मेनिया के येरेवन एयरपोर्ट ले जाया जा सकता है। इसके बाद इन छात्रों को हवाई रूट से भारत लाया जाएगा।

ईरान से भारतीय छात्रों को सीधे क्यों नहीं लाया जा रहा?

इस वक्त ईरान और इजराइल के बीच हालात काफी तनावपूर्ण हैं। कई शहरों में हमले हो चुके हैं और सुरक्षा का खतरा बना हुआ है। ऐसे में भारतीय छात्रों को सीधे ईरान से एयरलिफ्ट करना फिलहाल संभव नहीं है इसके पीछे कुछ बड़ी वजहें हैं….

  • ईरान के ज्यादातर इंटरनेशनल एयरपोर्ट इस समय नागरिक उड़ानों के लिए बंद हैं। युद्ध जैसे हालात की वजह से वहां से फ्लाइट उड़ाना सुरक्षित नहीं है।
  • ईरान के कई इलाकों में इजराइली हमले हो चुके हैं। ऐसे में फ्लाइट्स पर भी हमले का खतरा बना रहता है।
  • सीधे ईरान से भारतीय एयरलाइंस को भेजना काफी जोखिम भरा है। इसके लिए ईरान की इजाजत के साथ-साथ मजबूत सुरक्षा इंतजाम भी चाहिए होंगे, जो युद्ध की स्थिति में संभव नहीं हैं।
  • ईरान का आर्मेनिया का नॉरदुज बॉर्डर सुरक्षित माना जा रहा है। आर्मेनिया में हालात स्थिर हैं और वहां से फ्लाइट्स भी आसानी से उड़ाई जा सकती हैं।

तेहरान में हालात बिगड़े, शहर छोड़कर भागने लगे लोग

ईरान में बीते 3 दिनों से जारी इजराइली हमले के बाद हालात काफी बिगड़ गए हैं। CNN के मुताबिक शहर के पेट्रोल पंपों पर कारों की लंबी-लंबी लाइनें लगने लगी हैं। लोग डरे हुए थे और शहर छोड़कर बाहर जाने की कोशिश कर रहे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक सिर्फ तेहरान में 200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। एक शख्स ने रॉयटर्स से बताया कि कई बार कतार में लगने के बाद भी पेट्रोल मिलना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि ईंधन की सप्लाई सीमित है।

तेहरान के एक निवासी ने कहा कि लोगों के पास बमबारी से बचने के लिए कोई सुरक्षित जगह नहीं है। पूरे शहर में कोई शेल्टर नहीं है जहां लोग भागकर जान बचा सकें।

बहुत से लोग उत्तर की ओर कैस्पियन सागर की ओर जा रहे हैं, जो अपेक्षाकृत शांत और दूरदराज का इलाका है। लेकिन रास्ते इतने जाम हो चुके हैं कि वहां पहुंच पाना भी मुश्किल हो गया है।

इजराइल ने रविवार को चेतावनी दी थी कि जो लोग हथियार बनाने वाले इलाकों के पास रहते हैं, वे तुरंत वहां से निकल जाएं क्योंकि खतरा और बढ़ सकता है।

————————————

इजराइल-ईरान संघर्ष से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें….

इजराइल का ईरानी एयरस्पेस पर कंट्रोल का दावा: कहा- 30% मिसाइल लॉन्चर तबाह किए; आज ईरान की फॉरेन मिनिस्ट्री पर हमला किया, अब तक 224 मौतें

इजराइल और ईरान के बीच 13 जून से संघर्ष जारी है। इजराइल ने सोमवार को दावा किया कि उसने ईरान के एयरस्पेस को पूरी तरह अपने काबू में कर लिया है। इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पश्चिमी ईरान से लेकर राजधानी तेहरान तक आसमान पर इजराइली एयरफोर्स का कंट्रोल हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें….

खबरें और भी हैं…



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular