भोपाल में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात धुंध छा गई। कोलार रोड, मंदाकिनी, चुना भट्टी में विजिबिलिटी 100 मीटर तक रही।
मध्यप्रदेश में दो दिन मावठा गिरा। अब अगले तीन दिन उज्जैन, ग्वालियर और चंबल में कोहरा रहेगा। रविवार को प्रदेश के दक्षिणी हिस्से- खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद पूरे प्रदेश में कड़ाके
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मौसम वैज्ञानिक प्रदीप कुमार गुप्ता ने बताया, ‘पश्चिमी-उत्तरी भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी गुजर रहा है। इस वजह से पिछले दो दिन तक ओले गिरे और बारिश हुई। रविवार से बारिश की एक्टिविटी कम होगी, लेकिन कुछ जिलों में बारिश होने के आसार हैं।’
इसके पहले प्रदेश में लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी बारिश हुई। सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक आधे से ज्यादा एमपी में बारिश हुई। 9 घंटे में सबसे ज्यादा पानी रीवा में 4.2 इंच गिर गया। उमरिया, नर्मदापुरम, बैतूल, जबलपुर, नरसिंहपुर, भोपाल, खजुराहो, नौगांव, सतना, टीकमगढ़, दमोह, सीधी, खंडवा, पचमढ़ी, सागर, रायसेन, धार, इंदौर, मंडला में बारिश हुई। मंदसौर, नीमच, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर में भी कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। कई जगहों पर ओले भी गिरे। रात में भी बारिश का दौर जारी रहा।
तस्वीरों में देखिए, शनिवार का मौसम…
भोपाल में शनिवार दोपहर तेज बारिश हुई। ओले भी गिरे।
9 घंटे में सबसे ज्यादा पानी रीवा में 4.2 इंच गिर गया।
जबलपुर प्रशासन ने 3 दिन धान खरीदी नहीं करने का आदेश जारी किया है।
नर्मदापुरम में भी शनिवार को रुक-रुक कर बारिश होती रही।
42 जिलों के 250 शहर-कस्बों में बारिश शुक्रवार रात और शनिवार को 42 जिलों के 250 शहरों और कस्बों में पानी गिरा। इनमें भोपाल, मुरैना, अशोकनगर, नीमच, शाजापुर, बैतूल, रतलाम, ग्वालियर, आगर-मालवा, मंदसौर, देवास, नर्मदापुरम, सीहोर, रायसेन, उज्जैन, विदिशा, खंडवा, राजगढ़, हरदा, इंदौर, श्योपुर, शिवपुरी, भिंड, दतिया, खरगोन, बड़वानी, गुना, अलीराजपुर, धार, सागर, पन्ना, छतरपुर, दमोह, कटनी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, नरसिंहपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, सतना, सिवनी, रीवा जिले शामिल हैं। सबसे ज्यादा ढाई इंच बारिश मंदसौर जिले के गरोठ और देवास के सतवास में हुई। नर्मदापुरम शहर, सीहोर के नसरूल्लागंज और रायसेन के उदयपुर में 2 इंच से ज्यादा पानी बरस गया। ओले और बारिश के साथ आंधी भी चली।
अगले 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम
- 29 दिसंबर: मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर में मध्यम कोहरा रहेगा। खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में हल्की बारिश हो सकती है।
- 30 दिसंबर: मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर में कोहरा रहेगा।
- 31 दिसंबर: मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुर में मध्यम कोहरा रहेगा।
इस बार नवंबर – दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड इस बार नवंबर और दिसंबर में ही ठंड रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। 9 दिन शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। नवंबर में भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा।
एमपी के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड
भोपाल में ठंड और बारिश का ट्रेंड भोपाल में दिसंबर में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है, लेकिन इसी साल 15-16 दिसंबर की रात में यह 3.3 डिग्री दर्ज किया गया। यानी, पिछले 10 साल में तो पारा सबसे कम रहा ही, साथ में ओवरऑल रिकॉर्ड के करीब भी है।
इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा पारा इंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 10.1 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें, तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है।
31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी।
ग्वालियर में दिसंबर में हो चुकी बारिश ग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। 1997 में कुल मासिक बारिश 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 1.2 इंच हुई थी।
जबलपुर में भी बारिश का ट्रेंड जबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात का तापमान 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 1885 को सर्वाधिक मासिक बारिश 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 को हुई थी।
उज्जैन में भी कड़ाके की ठंड उज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले 5 साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। साल 1997 को कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।