उज्जैन के दशहरा मैदान पर दो दिवसीय सौर ऊर्जा मेले की शुरुआत हुई। मकसद था – लोगों को सोलर एनर्जी की जानकारी देना और केंद्र सरकार की “पीएम सूर्य घर योजना” से जोड़ना। मेला शुरू होते ही शहरवासियों की अच्छी खासी भीड़ स्टॉलों पर दिखी, जहां उन्होंने सोलर पै
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इस मेले का आयोजन मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और सेंटर फॉर स्टडी ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड पॉलिसी ने मिलकर किया है। उद्घाटन कार्यक्रम में महापौर मुकेश टटवाल, निगम सभापति कलावती यादव और भाजपा शहर अध्यक्ष संजय अग्रवाल मौजूद रहे।
दशहरा मैदान पर दो दिवसीय सौर ऊर्जा मेले की शुरुआत हुई।
जानिए योजना से जुड़ी बातें
विद्युत कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक उज्जैन समेत पूरे पश्चिम मप्र में अब तक करीब 40 हजार लोगों ने योजना के तहत आवेदन किया है। इनमें से 17 हजार घरों में सोलर पैनल लग चुके हैं। इन पैनलों से करीब 66 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है।
कंपनी के मुख्य अभियंता बीएल चौहान ने बताया कि तीन किलोवाट तक का सोलर पैनल लगवाने पर सरकार की ओर से 78 हजार रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है। इसके अलावा सोलर पैनल लगाने वाली कंपनियों के स्टॉल पर डेमो भी दिखाया जा रहा है और बैंकों द्वारा आसान किस्तों पर लोन की सुविधा भी दी जा रही है।

पश्चिम मप्र में अब तक करीब 40 हजार लोगों ने योजना के तहत आवेदन किया है।
घर का बिजली बिल कम होगा
सोलर पैनल लगने से घर का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही वातावरण भी साफ रहेगा। कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि इससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और उज्जैन जैसे शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहतर हो सकेगी।
मेले में पहुंचे कई लोगों ने बताया कि वे लंबे समय से बिजली बिल से परेशान हैं, लेकिन अब सौर पैनल का विकल्प उनके लिए राहत भरा हो सकता है।