जम्मू-कश्मीर17 मिनट पहले
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कश्मीर के गुलमर्ग में 8 मार्च को एक फैशन शो का आयोजन हुआ था। यह आउटडोर फैशन शो फैशन डिजाइनर जोड़ी शिवन और नरेश ने आयोजित किया था। आरोप है कि इस शो में कई अर्धनग्न मॉडलों ने बर्फ पर रैंप वॉक किया। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। वीडियो और फोटोज को देखकर स्थानीय लोगों ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। लोगों का कहना है कि सरकार कैसे रमजान में ऐसे फैशन शो के आयोजन की अनुमति दे सकता है।
इस शो को लेकर और कठुआ के बिलावर में नागरिकों की हत्याओं को लेकर जम्मू विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। NC और कांग्रेस के विधायको ने इन घटनाओं पर चर्चा की मांग भी की।
मामले को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने फैशन शो की जांच के आदेश दिए हैं जिसे समाजिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। उमर अब्दुल्ला ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा, “जो कुछ भी मैंने देखा, वह किसी भी समय और खासतौर पर रमजान के महीने में आयोजित नहीं किया जाना चाहिए था।”
उमर अब्दुल्ला बोले- फैशन शो निजी पार्टियों द्वारा आयोजित किया गया था
उमर अब्दुल्ला ने यह भी स्पष्ट किया कि यह इवेंट निजी पार्टियों द्वारा आयोजित किया गया था और इसमें सरकार का कोई इनवॉलमेंट नहीं था। उन्होंने कहा, “यह एक निजी पार्टी थी और इसमें कोई सरकारी अनुमति नहीं ली गई थी। अगर किसी भी कानून का उल्लंघन हुआ है तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे।”
खुरशीद अहमद शेख ने कहा- रमजान के दौरान ऐसी घटना शर्मनाक
फैशन शो के बाद राज्य के नेताओं ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी। जम्मू-कश्मीर अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुरशीद अहमद शेख ने इस इवेंट को राज्य की संस्कृति पर सीधा हमला बताया। उन्होंने कहा,

रमजान के दौरान ऐसी घटना शर्मनाक है, यह हमारी संस्कृति पर सीधा हमला है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और मुख्यमंत्री से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।
तनवीर सादिक बोले- आधे नग्न शो का आयोजन अस्वीकार्य है
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक तनवीर सादिक ने कहा, “यह शो नहीं होना चाहिए था। जम्मू- कश्मीर सूफी संतों की भूमि है, यहां पर आधे नग्न शो का आयोजन अस्वीकार्य है। मुख्यमंत्री ने इस घटना का संज्ञान लिया है और रिपोर्ट मांगी है वे सख्त कार्रवाई का आश्वासन दे चुके हैं।”
बलवंत सिंह मंकोटिया ने कहा- कुछ लोग जम्मू-कश्मीर में शांति को बिगाड़ना चाहते है
बीजेपी के विधायक बलवंत सिंह मंकोटिया ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया। उन्होंने कहा,

प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और केंद्रीय सरकार चाहते हैं कि जम्मू और कश्मीर में सामान्य स्थिति लौटे। 5 अगस्त 2019 के बाद कश्मीर में शांति का माहौल बना है और दुनिया भर से लोग कश्मीर आना चाहते हैं। लेकिन कुछ लोग चाहते हैं कि कश्मीर में शांति ना हो। ये लोग बेवजह मुद्दे उठाकर शांति को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बिलावर में तीन नागरिकों की हत्या पर चिंता जताई
इस बीच उमर अब्दुल्ला ने कठुआ जिले के बिलावर में तीन नागरिकों की हत्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “बिलावर में जो हुआ है उसकी जांच चल रही है। लेकिन इस मामले को राजनीति से जोड़ा जा रहा है, यह ठीक नहीं है।”
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि डिप्टी सीएम को क्षेत्र में जाने से रोकने का निर्णय गलत था
मुख्यमंत्री ने इस पर भी टिप्पणी की कि डिप्टी सीएम को बिलावर क्षेत्र में जाने से रोक दिया गया था। उन्होंने कहा, डिप्टी सीएम भी वहां जाना चाहते थे लेकिन उन्हें मना कर दिया गया। उन्होंने मुझे फोन किया और मैंने उन्हें जाने से मना किया। उमर अब्दुल्ला ने यह भी सवाल उठाया कि फिर विपक्षी नेता सुनील शर्मा को वहां जाने की अनुमति क्यों दी गई।