नई दिल्ली7 मिनट पहले
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भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक कर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। ये हमले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए।
पाकिस्तान का कहना है कि भारत ने 6 ठिकानों पर 24 मिसाइलें दागी हैं। वहीं पाकिस्तान मीडिया का दावा है कि भारतीय हमले में 30 लोग मारे गए हैं।
पाकिस्तान पर भारत के एयरस्ट्राइक के बाद USA, तुर्किये और UAE की प्रतिक्रिया आई है।
पाकिस्तान के समर्थन में उतरा तुर्किये
तुर्किये के विदेश मंत्री हकान फिदान ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मुहम्मद इशाक डार को फोन किया। भारतीय एयर स्ट्राइक के खिलाफ पाकिस्तान के साथ एकजुटता जाहिर की। इससे पहले 27 अप्रैल को तुर्किये का 7 C-130 हरक्यूलिस विमान पाकिस्तान में लैंड हुआ था।
इसके बाद 4 मई 2025 को तुर्किये नौसेना का युद्धपोत TCG बुयुकडा (F-512) पूरे बेड़े के साथ पाकिस्तान के कराची पोर्ट पर पहुंचा था।
भारत को इजराइल का सपोर्ट भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने भारतीय एयर स्ट्राइक पर समर्थन जताया है। रूवेन अजार ने कहा कि इजराइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोषों के खिलाफ किए अपराधों से बचने के लिए उनके पास छिपने की कोई जगह नहीं है।
UAE की दोनों देशों से संयम बरतने की अपील
UAE ने भारत और पाकिस्तान से कहा कि ऐसे हालात पैदा न करें जो क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा बने। UAE के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों के मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि डिप्लोमेसी और बातचीत के जरिए ही विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से हल करना सबसे बेहतर रास्ता है।
सोमवार को पाकिस्तान से सपोर्ट में कूदा था OIC सोमवार को न्यूयॉर्क में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) ने एक बयान जारी कर दक्षिण एशिया में बिगड़ते माहौल पर चिंता जाहिर की थी। OIC ने कहा था कि भारत के इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के खिलाफ निराधार आरोपों की वजह से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है।
भारत के आरोपों पहले से ही तनावपूर्ण हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं। OIC हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है, चाहे वह किसी के द्वारा भी और कहीं भी किया गया हो।
भारत की दो टूक- हमारे मामले में हस्तक्षेप स्वीकार नहीं OIC के इस बयान पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि OIC का पहलगाम आतंकवादी हमले और इसके बॉर्डर पार (पाकिस्तान) से जुड़े तारों को पहचानने से इनकार करने का बयान बेतुका है।
पाकिस्तान की और कोशिश OIC से अपनी मर्जी का बयान जारी करवाना और उसे गुमराह करने की है। एक ऐसा देश जो लंबे वक्त से क्रास बॉर्डर टेररिज्म में शामिल है। हम भारत के आंतरिक मामलों में OIC के हस्तक्षेप को अस्वीकार करते हैं।
OIC 57 देशों का इस्लामिक संगठन है
1967 की अरब-इजराइल जंग के बाद मई 1971 में OIC की स्थापना हुई। इसका पूरा नाम ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन है। इसका मकसद ही फिलिस्तीन की मदद करना और उसे इजराइल के साए से मुक्त कराना था। शुरुआत 30 देशों से हुई थी, आज 57 देश इसके सदस्य हैं। इनकी कुल मिलाकर आबादी करीब 180 करोड़ है।
OIC इस्लामिक या मुस्लिम बहुल देशों का संगठन है। OIC में सऊदी अरब का दबदबा है। हालांकि सऊदी अरब दुनिया के उन टॉप 10 देशों में भी शामिल नहीं है, जहां मुस्लिम आबादी सबसे ज्यादा है, लेकिन इस्लाम के लिहाज से मक्का और मदीना के कारण सऊदी अरब काफी अहम इस्लामिक देश माना जाता है।
कश्मीर मुद्दे पर भी OIC ने ज्यादातर पाकिस्तान का ही साथ दिया है। संगठन ने हमेशा यही कहा है कि UN के 1948-49 के प्रस्ताव के हिसाब से कश्मीरियों को अपने लिए खुद फैसला करने का अधिकार मिलना चाहिए।