स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह व अधिकारी गण।
इंग्लिश मीडियम स्कूलों की एलकेजी और यूकेजी कक्षाओं की तर्ज पर स्कूल शिक्षा विभाग अब प्रत्येक जिले के एक विद्यालय में अरुण और उदय कक्षाएं शुरू करेगा। साथ ही बच्चों को प्रोफेशनल कोर्स की पढ़ाई भी कराई जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में हु
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बैठक में मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश का हर बच्चा पढ़े-लिखे, आगे बढ़े, इसके लिए पूरी सरकार समर्पित होकर कार्य कर रही है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विद्यार्थियों को पुस्तकें, गणवेश, छात्रवृत्ति, साइकिल और अन्य आवश्यक सुविधाएं समय पर मिलें, इसके लिए सदैव ध्यान रखें और प्रयासरत रहें।
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश योजना
स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री उदय प्रताप सिंह ने मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के 11 सहित अन्य नवाचारों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रत्येक बच्चे को व्यवसाय से जोड़ने के लिए व्यवसायिक शिक्षा देने का उल्लेख है। इसलिए आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश योजना प्रारंभ की है। हम राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के माध्यम से हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, माटी कला, सोलर एनर्जी, परिधान निर्माण, बांस कला इत्यादि क्षेत्रों में रोजगार मूलक प्रशिक्षण का पायलट प्रोजेक्ट प्रारंभ कर रहे हैं।
ह्यूमन कैपिटल बैंक के रूप में होगी योजना
मंत्री ने कहा कि प्रशिक्षित होने वाले लोग रोजगार से जुड़ेंगे और कक्षा 6 से प्रारंभ होने वाले व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के लिए एक रिसोर्सपर्सन के रूप में भी उपलब्ध होंगे। योजना में प्रदेश के 100 आकांक्षी युवाओं को आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। योजना को ह्यूमन कैपिटल बैंक के रूप में प्रारंभ किया जा रहा है। ताकि जनभागीदारी से धन दान के रूप में मांग कर बैंक स्थापित किया जा सके।
ओपन स्कूल शिक्षा बोर्ड की रूक जाना नहीं योजना को सीबीएसई के लिए भी ऑन डिमांड लागू किया गया है। योजना से अब तक 6 लाख 41 हजार 553 से अधिक विद्यार्थी पास हो चुके हैं।
स्कूल मीडिया प्लेटफॉर्म
मंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में स्कूल मीडिया प्लेटफॉर्म ExtraChildhood.org द्वारा संचालित किया जा रहा है। मध्यप्रदेश के 53 एजुकेशन फॉर ऑल स्कूलों में 50 हजार से अधिक शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों को मीडिया और तकनीक के माध्यम से अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने एवं इसके सशक्तिकरण का अवसर दिया है। इन स्कूलों को उनके अपने टीवी स्टेशन, रेडियो स्टेशन, ई-समाचारपत्र और मैगज़ीन प्रदान करके इस प्लेटफॉर्म के जरिए छात्रों और शिक्षकों को देश और दुनिया से जुड़ने और आपसी संवाद करने के तरीके सिखाए जा रहे हैं।
कम्प्यूटर पर सभी विषयों का प्रशिक्षण देने की तैयारी
मंत्री ने बताया कि बोर्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पाठ्यक्रम स्थापित कर विद्यार्थियों को आधुनिक तरीके से कम्प्यूटर पर सभी विषयों का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था कर रहा है। स्कूलों में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऑनलाइन शिक्षण मंच और उपकरणों की स्थापना को भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इससे विद्यार्थी डिजिटल माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आईटीआई परीक्षा पास करने वाला कोई भी विद्यार्थी केवल एक भाषा और रोजगार कौशल एवं उद्यमिता विषय की परीक्षा के साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त बारहवीं कक्षा की परीक्षा दे सकेगा।
ड्राप आउट के लिए भी योजना
सिंह ने आ लौट चलें योजना में ड्रापआउट विद्यार्थियों को बगैर किसी फीस के परीक्षा में बैठने का अवसर देने और कोचिंग की व्यवस्था करने के नवाचार के बारे में भी बताया। इसी तरह स्कूल मेक ओवर कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को कहानी, कला, साक्षात्कार एवं साहित्य लेखन कला का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।