धनबाद, 17 अप्रैल 2025।चिकित्सा जगत में उम्मीद की एक नई किरण पेश करते हुए एस.जे.ए.एस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, धनबाद ने एक गंभीर रूप से बीमार बच्ची को जीवनदान देकर मानवीय सेवा और चिकित्सा कौशल का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।
बच्ची जन्मजात हाइपोथायरायडिज़्म (Congenital Hypothyroidism) जैसी दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी, जिससे उसे रेनल ट्यूब्यूलर एसिडोसिस (Renal Tubular Acidosis) नामक जटिल किडनी संबंधी समस्या हो गई थी। इसके कारण उसके शरीर में पोटेशियम की भारी कमी बनी रहती थी और वह हाइपोकलीमिक पीरियॉडिक पैरालिसिस के दौरे से पीड़ित थी। हालत ऐसी थी कि बच्ची को बार-बार पोटेशियम इंजेक्शन दिए जा रहे थे।अस्पताल में भर्ती के समय बच्ची की हालत अत्यंत गंभीर थी—वह संवेदनशून्यता (Altered Sensorium) और भ्रम की स्थिति (Disorientation) में थी। वह न बैठ पा रही थी, न अपने हाथ-पैर हिला पा रही थी।
एस.जे.ए.एस अस्पताल की विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने त्वरित और समन्वित प्रयास करते हुए बच्ची का सही निदान किया और आवश्यक जीवनरक्षक दवाओं के साथ-साथ विशेषज्ञतापूर्ण देखरेख में उसका इलाज शुरू किया। लगातार निगरानी और प्रभावी चिकित्सा के बाद बच्ची की स्वस्थ वापसी हुई, और आज वह चल-फिर रही है, बातचीत कर रही है और सामान्य जीवन की ओर लौट चुकी है।
अस्पताल प्रबंधन ने इसे अपने चिकित्सकीय प्रयासों की एक बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि यह मामला यह दर्शाता है कि समय पर सटीक इलाज और समर्पित चिकित्सा सेवा से जीवन की सबसे मुश्किल जंग भी जीती जा सकती है।यह घटना न केवल धनबाद बल्कि पूरे झारखंड के लिए एक प्रेरणा है, जहां चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर आशा और विश्वास को बल मिला है।