मुंबई3 मिनट पहले
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ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में आज यानी, सोमवार (17 मार्च) को करीब 8% की गिरावट है। कंपनी की एक सब्सिडियरी के खिलाफ दिवालियापन की याचिका डाले जाने के बाद कंपनी के शेयर में ये गिरावट आई है। ओला का शेयर 47 रुपए के करीब कारोबार कर रहा है।
3 पॉइंट में समझें पूरा मामला
इस मामले से तीन कंपनियां ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी उसकी सब्सिडियरी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और रोस्मर्टा डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड जुड़ी हैं।
- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने वाली कंपनी रोस्मर्टा डिजिटल ने ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड पर 18 से 20 करोड़ रुपए का बकाया पेमेंट रोकने का आरोप लगाया है।
- इसके लिए रोस्मर्टा डिजिटल ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की बेंगलुरु बेंच में ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही शुरू करने के लिए याचिका दायर की है।
- मामले में ओला इलेक्ट्रिक का कहना है कि वह इन आरोपों को खारिज करती है। वह इस मामले में कानूनी सलाह ले रही है और आरोपों को सख्ती से चुनौती देगी।
कुछ दिन पहले शोरूम्स पर हुई थी छापेमारी
8 मार्च को ओला के कुछ शोरूम्स पर रेड की खबरें आई थीं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते कई शोरूम्स को बंद कर व्हीकल्स को जब्त किया था। इसके साथ ही कंपनी को ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।
ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 शोरूम्स खोले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे।
कंपनी के 95% से अधिक शोरूम्स में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं।
आल टाइम हाई से 70% गिरा शेयर
अगस्त 2024 में शेयरों की लिस्टिंग के बाद ओला का शेयर अपने पीक 157.53 रुपए से करीब 70% लुढ़क चुका है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर्स में करीब 20% की गिरावट आई है। इसके अलावा दिसंबर 2024 तक कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 49% से घटकर 23% रह गई।
1,000 से ज्यादा कर्मचारियों को निकालेगी कंपनी
इससे पहले खबर आई थी कि ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड 1,000 से अधिक कर्मचारियों और कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स को नौकरी से निकालेगी। कंपनी इसके जरिए अपने बढ़ते घाटे को कम करना चाहती है।
इस जॉब कट से प्रोक्योरमेंट, फुलफिलमेंट, कस्टमर रिलेशन्स और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सहित कई विभाग प्रभावित होंगे। मामले से परिचित लोगों ने कहा था कि यह छंटनी ओला इलेक्ट्रिक की कॉस्ट कंट्रोल करने की कोशिशों का हिस्सा है।
