टोरंटोकुछ ही क्षण पहले
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कनाडा में आज यानी 28 अप्रैल को प्रधानमंत्री पद के लिए आम चुनाव होंगे, जिसमें यह तय होगा कि अगली सरकार कौन बनाएगा। यह चुनाव ऐसे वक्त पर हो रहे हैं जब कनाडा अपने पड़ोसी अमेरिका के साथ टैरिफ वॉर में उलझा हुआ है।
वैसे तो कनाडा में आधिकारिक तौर अक्तूबर 2025 को चुनाव होने थे, लेकिन प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने पिछले महीने यह कह कर नए चुनाव का ऐलान किया था कि उन्होंने ट्रम्प से निपटने के लिए मजबूत जनादेश चाहिए।
2015 से कनाडा के प्रधानमंत्री रहे जस्टिन ट्रूडो ने इस साल की शुरुआत में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद मार्क कार्नी को नया प्रधानमंत्री चुना गया था। कनाडा में प्रधानमंत्री का कार्यकाल 5 साल होता है, लेकिन बहुतम खो देने पर या फिर पीएम चाहे तो समय से पहले संसद भंग कर सकते हैं।

लिबरल और कंजर्वेटिव पार्टी में मुकाबला
लिबरल पार्टी: लिबरल पार्टी की स्थापना 1867 में हुई थी। यह कनाडा की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टियों में से एक है। लिबरल पार्टी प्रगतिशील विचारधारा का समर्थन करती है। इसका जोर उदारवाद, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कल्याण जैसे मुद्दों पर रहता है।
हालांकि बीते कुछ वक्त में मंहगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों की वजह से लिबरल सरकार की आलोचना हो रही है। ट्रूडो 2015 से 2025 तक इसी पार्टी से प्रधानमंत्री रहे थे।
कंजर्वेटिव पार्टी: कंजर्वेटिव पार्टी कनाडा की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है। यह राइट विंग विचारधारा का समर्थन करती है। 2003 में प्रोग्रेसिव कंजर्वेटिव पार्टी और कैनेडियन एलायंस के विलय के बाद इस पार्टी का गठन हुआ था। इसकी जड़ें 19वीं सदी की पुरानी कंजर्वेटिव पार्टियों से जुड़ी हैं।
यह पार्टी आर्थिक उदारवाद, सीमित सरकार, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, और पारंपरिक मूल्यों पर जोर देती है। पियरे पॉलिवर सितंबर 2022 से कंजर्वेटिव पार्टी के नेता हैं।
कंजर्वेटिव पार्टी वर्तमान लिबरल सरकार की आर्थिक प्रबंधन और कार्बन टैक्स नीतियों की आलोचना करती है।