हरियाणा के करनाल में मंगलौरा में एक विवाहिता के साथ दिल्ली में दहेज प्रताड़ना, मारपीट और मानसिक उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही महिला के ससुराल वालों ने यह कहकर ताने मारने शुरू कर दिए कि उन्होंने अपने बेटे
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आरोप है कि ससुराल पक्ष ने बार-बार दहेज की मांग की और महिला को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। जब महिला गर्भवती हुई, तो उसकी मर्जी के खिलाफ बेटी या बेटा जानने के लिए जांच करवाई गई। गर्भ में बच्ची होने का पता चलने पर उसे और प्रताड़ित किया गया और फिर घर से निकाल दिया गया। पूरे मामले की जांच के बाद पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
2022 में हुई थी शादी
करनाल जिला में गांव मंगलोरा की बेटी की शादी 5 नवंबर 2022 को दिल्ली निवासी कपिल के साथ हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार करनाल के एक होटल में हुई थी। शादी से पहले सास ने बताया था कि लड़का बीटेक करके अच्छी कंपनी में नौकरी करता है। इस भरोसे पर परिवार ने हैसियत से बढ़कर दहेज दिया। एक मारुति बलेनो कार भी दी गई, जिसकी सूची विवाहिता ने पेश करने की बात कही है।
तेरी मां ने हमारी बेइज्जती कर दी, हमें फॉर्च्यूनर चाहिए
शादी के चार-पांच दिन बाद ही विवाहिता जब ससुराल गणेश नगर दिल्ली पहुंची तो सास व ननदों ने ताने मारने शुरू कर दिए। कहा गया कि तुम्हारी मां ने छोटी कार देकर समाज में हमें शर्मिंदा कर दिया। फॉर्च्यूनर देने वाले रिश्ते ठुकरा दिए थे। इसके बाद पति कपिल ने भी फॉर्च्यूनर या उसके बराबर कीमत के पैसे मांगने शुरू कर दिए। जबरदस्त मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी गई।
करनाल मधुबन थाना की फोटो।
गर्भवती होने पर भी खानपान में लापरवाही
पीड़िता ने बताया कि जब वह गर्भवती हुई, तो घर वालों ने अच्छा खानपान देना तो दूर, बात-बात पर ताने मारने शुरू कर दिए। उससे पहले तक सास और ननदें उसे अलग-अलग डॉक्टरों के पास मेडिकल जांच के लिए ले जाती रहीं और कहा गया कि तू वारिस पैदा करने में भी असमर्थ है।
बिना मर्जी के करवाई गर्भ की जांच, बच्ची होने पर बढ़ा अत्याचार
फरवरी 2024 के पहले हफ्ते में ननद स्वीटी जो एमबीबीएस डॉक्टर है, वह और सास सुनीता उसे गाजियाबाद ले गईं। एक जान-पहचान के डॉक्टर से जबरन अल्ट्रासाउंड कराया गया, जिसमें पता चला कि गर्भ में बेटी है। इसके बाद उसका उत्पीड़न और ज्यादा बढ़ा दिया गया।
घर से निकाल दिया, बेटी को जन्म देने के बाद भी नहीं आया कोई
28 फरवरी 2024 को पीड़िता को यह कहकर घर से निकाल दिया गया कि जब तक फॉर्च्यूनर नहीं लाओगी, घर में घुसने नहीं देंगे। मायके में रहते हुए 19 मार्च 2024 को मधु चौधरी हॉस्पिटल, करनाल में बेटी को जन्म दिया। सूचना देने के बावजूद ससुराल से कोई भी उसे देखने या लेने नहीं आया।
दो बार पंचायत में पहुंचे मायके वाले, ससुराल वालों ने वादा तोड़ा
अगस्त 2024 में मायके वालों ने दो बार पंचायत लेकर ससुराल गणेश नगर दिल्ली में बात की। वहां सभी दोषियों ने गलती मानी और 10 दिन में बेटी और बहू को वापस लाने का वादा किया, लेकिन आज तक वादा पूरा नहीं किया गया।
उन्होंने साफ कह दिया कि जब तक बड़ी गाड़ी नहीं लाओगे, तब तक घर में नहीं लेंगे। पीड़िता की शिकायत पर मामला महिला थाना करनाल से जांच के बाद सही पाया गया। पुलिस अधीक्षक करनाल कार्यालय से प्राप्त दरखास्त पर थाना मधुबन में आज मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।