Wednesday, December 25, 2024
Wednesday, December 25, 2024
Homeहरियाणाकरनाल के एडवोकेट परविंद्र सिंह बने एजी: पिता की खुशी का...

करनाल के एडवोकेट परविंद्र सिंह बने एजी: पिता की खुशी का नहीं रहा ठिकाना, बार एसोसिएशन ने बांटे लड्डू – Gharaunda News


एजी परविंद्र सिंह का फोटो व करनाल बार एसोसिएशन पदाधिकारी जानकारी देते हुए।

हरियाणा सरकार द्वारा सीनियर एडवोकेट जनरल परविंद्र सिंह चौहान को एडवोकेट जनरल (एजी) नियुक्त किए जाने पर करनाल बार एसोसिएशन में खुशी का माहौल है। मंगलवार को एसोसिएशन के प्रधान संदीप चौधरी, पूर्व प्रधान निर्मल स्टौंडी व अन्य वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने परविंद्

.

पिता आज भी कोर्ट में सीनियर एडवोकेट

परविंद्र चौहान ने अपनी वकालत की शुरुआत करनाल कोर्ट से की थी और बार एसोसिएशन के सदस्य रह चुके है। इनके पिता जंग बहादुर चौहान आज भी करनाल कोर्ट में सीनियर एडवोकेट है। एसोसिएशन प्रधान संदीप कुमार स्टौंडी की माने तो इतिहास में पहली बार करनाल का कोई एडवोकेट हरियाणा सरकार में एजी बना है।

जानकारी देते पिता जंगबहादूर सिंह तथा एसोसिएशन के प्रधान संदीप चौधरी।

इसके लिए हरियाणा सरकार, भाजपा व सीएम नायब सिंह सैनी का आभार व्यक्त करते है। जनवरी माह में एजी को करनाल बार एसोसिएशन में आमंत्रित करके उनका स्वागत किया जाएगा।

2014 में बन गए थे एएजी

परविंद्र सिंह के पिता एडवोकेट जंगबहादुर चौहान का कहना है कि हर पिता का सपना होता है कि उसका बेटा उससे भी ज्यादा काबिल बने। जब बेटा कामयाब होता है, तो खुशी का ठिकाना नहीं रहता। परविंद्र 2014 में एएजी बन गए थे, 2018 में सीनियर एडिशनल एडवोकेट जनरल बन गए थे और अब एजी बन गए है। हाईकोर्ट में जितने भी लीगल केस होते है, सरकार की ओर से डिफेंड करना एजी का काम होता है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी किए गए निर्देश।

अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी किए गए निर्देश।

कौन है परविंद्र चौहान

परविंद्र सिंह चौहान करनाल के रहने वाले है। इन्होंने करनाल के दयाल सिंह कॉलेज से ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैंपस स्थित कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की डिग्री हासिल की है। 1999 में करनाल बार में प्रैक्टिस की। वह 2001 से पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं। चौहान हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं।

अतिरिक्त मुख्य सचिव के निर्देश जारी

उनकी नियुक्ति का आदेश गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा की ओर से जारी किया है। इनसे पहले बलदेव महाजन एजी थे, जिन्होंने 10 साल तक एजी रहने का रिकॉर्ड बनाया। अपनी नियुक्ति के बाद चौहान ने कहा कि उनकी प्राथमिकता हरियाणा की मुकदमेबाजी की कमी लाना है।



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular