करनाल के सदरपुर में यमुना तट पर पहुंचे हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण।
करनाल जिले में यमुना से लगते गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव कार्य किए जा रहे हैं। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने मंगलवार को ढाकवाला और सदरपुर गांव में यमुना बांध पर चल रहे निर्माण कार्यों का दौरा किया। उन्होंने कहा क
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विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि निर्माण कार्यों में लगभग 17 से 18 करोड़ रुपए की लागत आनी है। कवाला गांव में छह नए स्टड बनाए जा रहे हैं और साथ ही स्टोन रिवेटमेंट का काम भी किया जा रहा है। यह कार्य लगभग तीन करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है।
हर साल मॉनसून से पहले की जाती तैयारी
वहीं सदरपुर गांव में छह पुराने स्टड्स की मरम्मत की जाएगी, जिस पर 1 करोड़ 28 लाख रुपए खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि निर्माण स्थलों पर 70 से 80 प्रतिशत सामग्री पहुंच चुकी है और कार्य तेज़ी से चल रहा है। कल्याण ने कहा कि हर वर्ष मॉनसून सीजन से पहले यमुना और अन्य नदियों के किनारे बाढ़ से बचाव के लिए सरकारी स्तर पर निगरानी और काम होता है।
जहां आवश्यकता होती है, वहां पर सरकार प्रोजेक्ट्स को मंजूरी देती है। पिछले वर्षों में भारी बारिश और यमुना के जलस्तर में वृद्धि के कारण करनाल के कई गांवों में बाढ़ आ चुकी है। इंद्री क्षेत्र में एक बार यमुना का बांध टूटने से भारी नुकसान हुआ था और तीन स्थानों पर स्थिति बेहद नाजुक बनी थी।
पिछले वर्ष 13 करोड़ से हुआ था तटबंध मजबूत
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बीते वर्ष लालुपुरा के साथ यमुना के तटबंध को मजबूत करने के लिए 13 करोड़ रुपए के कार्य किए गए थे। विभाग ने वहां अच्छी गुणवत्ता का निर्माण कार्य किया। यमुना का बहाव कई बार दिशा बदल देता है, जिससे निर्माण कार्यों में कठिनाई आती है, लेकिन विभाग ने पहले के अनुभवों से सीखकर बेहतर काम किया है।
ग्रामीणों के सुझावों को माना जा रहा अहम
कल्याण ने कहा कि उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य सिर्फ प्रगति रिपोर्ट लेना नहीं बल्कि मौके पर ग्रामीणों से मिलकर उनकी राय जानना भी है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के सुझाव कई बार बेहद उपयोगी साबित होते हैं। अगर कोई नया मुद्दा सामने आता है तो संबंधित विभाग को अवगत कराया जाता है, और जरूरत होने पर उस पर कार्रवाई भी होती है।
बाढ़ से पहले प्रशासनिक तैयारी पर दिया जोर
विधानसभा अध्यक्ष ने सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी की जाए। उन्होंने याद दिलाया कि दो साल पहले समय पर सामग्री नहीं मिलने से दिक्कतें आई थीं और एनएफएल व थर्मल जैसे संस्थानों से पत्थर मंगवाने पड़े थे। इस बार ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए सभी इंतजाम समय रहते कर लिए जाएं।
बोर्ड मीटिंग में मिले सभी प्रोजेक्ट्स को मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी
हरविन्द्र कल्याण ने बताया कि सरकार ने यमुना से संबंधित सभी प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दे दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार जताया, जिनकी अध्यक्षता में हुई बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक में ये प्रोजेक्ट्स पास किए गए। कल्याण ने अंत में गंगा व यमुना से प्रार्थना करते हुए कहा कि प्रदेश में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे।