करनाल के कल्पना चावाला मेडिकल कॉलेज में पिता पुत्र दोनों का इलाज करते डॉक्टर।
हरियाणा में करनाल के असंध के पास गांव मानपुरा में बुधवार रात बदमाशों ने एक घर में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस हमले में पति, पत्नी और बेटे को गोलियां लगीं, जिसमें पत्नी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पिता और बेटा गंभीर रूप से घायल हैं औ
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बताया जा रहा है कि हमलावर काले रंग की स्कॉर्पियो में सवार होकर आए थे और घर में घुसते ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
मृतक महिला सुमित्रा।
रात के खाने की तैयारी कर रहा था परिवार, तभी घर में घुसे हमलावर
गांव मानपुरा निवासी 55 वर्षीय दलबीर, 48 वर्षीय सुमित्रा और 25 वर्षीय सचिन (अविवाहित) बुधवार रात करीब 7:30 बजे घर के अंदर मौजूद थे। रात के खाने की तैयारी चल रही थी, तभी अचानक घर के बाहर काले रंग की स्कॉर्पियो आकर रुकी। कुछ ही सेकंड में उसमें से 5-6 हथियारबंद बदमाश उतरे और सीधे घर में घुस गए। इससे पहले कि दलबीर कुछ समझ पाते, बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।
8-9 राउंड फायरिंग, गोलियों की आवाज से दहशत में आया गांव
गोलियों की आवाज से पूरा इलाका दहल उठा। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने करीब 8-9 राउंड फायर किए। इस हमले में दलबीर, उसकी पत्नी सुमित्रा और बेटा सचिन बुरी तरह घायल हो गए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।आसपास के लोग फायरिंग की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे तो परिवार को लहूलुहान हालत में पाया। आनन-फानन में डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी गई। कुछ ही मिनटों में पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से घायलों को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया।

घायल दलबीर को इलाज के लिए अस्पताल में लेकर जाते परिजन।
इलाज के दौरान सुमित्रा की मौत, सचिन और दलबीर की हालत गंभीर अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने सुमित्रा को मृत घोषित कर दिया। सचिन और दलबीर की हालत गंभीर बनी हुई है। फायरिंग में सचिन के प्राइवेट पार्ट, छाती और बाजू में गोलियां लगी हैं, जबकि दलबीर की तीन उंगलियां कट गईं, बाजू और सिर पर भी तीन-तीन कट मिले हैं।
एक साल पुरानी रंजिश बनी हमले की वजह पुलिस जांच में सामने आया है कि दलबीर के परिवार और आरोपियों के बीच एक साल पुरानी रंजिश चल रही थी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि एक साल पहले सचिन ने किसी जगह बुलेट के पटाखे बजाए थे, जिससे आरोपियों के परिवार के बुजुर्ग को दिक्कत हुई थी। उस वक्त सचिन को समझाया गया था, लेकिन इसके बाद से ही दोनों पक्षों में तनाव बना हुआ था। इसी रंजिश के चलते बुधवार को हमला किया गया।

इलाज के लिए सचिन को अस्पताल में लेकर जाते परिजन।
एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत, पुलिस कर रही जांच
मुनक थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि सुमित्रा की मौत हो चुकी है, जबकि सचिन और दलबीर गंभीर रूप से घायल हैं। मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों की तलाश के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। फिलहाल घायलों की हालत ऐसी नहीं है कि वे बयान दे सकें, उनके बयान के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।