करनाल के घरौंडा में साइबर ठगों ने नया पैंतरा अपनाकर 5.5 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया है। ठगों ने किसान का रिश्तेदार बनकर फोन किया और उनको झांसे में ले लिया। फ्रॉड कॉलर ने दावा किया कि 13.75 लाख रुपए भेज रहा है और उनसे 5.5 लाख रुपए तुरंत भेजने को कहा
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आढ़ती ने किसान के कहने पर फ्रॉड कॉलर द्वारा दिए गए खाते में पैसे ट्रांसफर करवा दिए। कुछ ही घंटे बाद आरोपी ने साढ़े 6 लाख रुपए की और डिमांड की। जिसके बाद आढ़ती को शक हुआ। उसने छानबीन करवाई तो कॉलर फ्रॉड पाया गया। पैसे ट्रांसफर होने के बाद आरोपी ने अपना फोन बंद कर लिया। पीड़ित किसान ने साइबर क्राइम को कॉल किया और अगले दिन करनाल साइबर थाने में शिकायत दी। जिसके बाद शुक्रवार को साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रिश्तेदार बनकर किया कॉल घरौंडा निवासी पीड़ित किसान नरेंद्र के पुत्र गगन ने बताया कि बीती 2 सितंबर को उनके पास कॉल आई थी। जिसने रिश्तेदार बनकर कॉल किया और हमारे पास 13.75 लाख रुपए भेजने की बात कही। कॉलर ने हमारे पास एक अमेरिकन बैंक की स्लिप भी भेजी, जिसमें मेरे पिता नरेंद्र के खाते में पैसे ट्रांसफर दिखाए गए थे, लेकिन फोन पर ऐसा कोई मैसेज नहीं आया था। हमने उस पर विश्वास कर लिया और अपने आढ़ती के मार्फत पैसे किसी बबीता जैसवाल के बैंक खाते में भिजवा दिए।
आढ़ती ने दिया था हिंट जिस वक्त किसान पैसे ट्रांसफर करवाने के लिए आया था तो आढ़ती ने उन्हें हिंट भी दिया था और फ्रॉड कॉलर के होने का शक भी जताया गया था, लेकिन पीड़ित किसान उस वक्त इतनी ज्यादा बात भांप नहीं पाया और जल्दबाजी में पैसे ट्रांसफर करवा दिए। जब उसे पता चला कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है, तो उसके पैरों तले की जमीन खिसक गई।
जानकारी देता पीड़ित किसान का बेटा गगन
उन्होंने तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद 3 सितंबर को साइबर क्राइम थाने में कंप्लेंट फाइल की। पीड़ित परिवार ने जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ने की मांग की है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी साइबर क्राइम थाना करनाल ने मामले में शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली है। मामले की जांच सब-इंस्पेक्टर गौरव को सौंपी गई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों खातों बबीता जैसवाल और विशाल सोनी की जांच शुरू कर दी है।