तिरंगा यात्रा में शामिल लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के दादा हवा सिंह, सुमित नरवाल व अरविंद मान।
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की याद और वीर जवानों के सम्मान में आज तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा चिड़ाव मोड़ पर बने शहीद स्मारक से शुरू हुई इस यात्रा में लेफ्टिनेंट विनय के दादा हवा सिंह, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सु
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स्मारक पर 1914 से अब तक शहीद हुए करनाल जिले के जवानों के नाम लिखे गए हैं। हवा सिंह ने झंडा फहराकर श्रद्धांजलि दी। यात्रा के दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘विनय नरवाल अमर रहे’ के नारों से शहर गूंज उठा। शहीदों के परिवारों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया, जिनकी उपस्थिति ने माहौल को भावुक कर दिया।
जनता का आभार व्यक्त करते विनय के दादा हवा सिंह।
क्रिकेटर सुमित नरवाल ने किया परिवार का आभार व्यक्त
क्रिकेटर सुमित नरवाल ने कहा कि आतंकियों ने कायराना हमला कर विनय की जान ली, लेकिन विनय का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व और पीड़ा दोनों का समय है। उन्होंने विनय के परिवार को धन्यवाद देते हुए कहा कि इतने बड़े दुख के बावजूद वे हमारे साथ तिरंगा यात्रा में शामिल हुए और सभी का हौसला बढ़ाया।

लोगों को संबोधित करते विनय के दादा हवा सिंह।
शहीद स्मारक पर पहली बार फहराया गया झंडा
उन्होंने बताया कि चिड़ाव मोड़ पर बनाए गए शहीद स्मारक पर पहली बार तिरंगा फहराया गया। इस स्मारक में 1914 के प्रथम विश्व युद्ध से लेकर अब तक शहीद हुए करनाल जिले के सभी वीर जवानों के नाम अंकित किए गए हैं। इसमें शहीद का नाम, गांव, और शहादत की तिथि लिखी गई है। इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए शहीदों के परिवारों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था।

यात्रा में शामिल लोग विनय नरवाल के लिए नारे लगाते हुए।
हवा सिंह ने किया तिरंगा फहराकर दी श्रद्धांजलि
शहीद विनय नरवाल के दादा हवा सिंह ने स्मारक पर तिरंगा फहराया। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में जो भी लोग हमारे साथ खड़े हैं, उनका दिल से धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि इस दर्द को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, लेकिन समाज का साथ हमारे दुख को कम कर रहा है।
हरियाणा में ही नहीं देश में चलाई जाएगी मुहिम
वहीं विनय के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि सुमित नरवाल की यह एक बहुत ही अच्छी पहल है और यह मुहिम यही तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। हर जिला हेड क्वाटर पर एक शहीद स्मारक सरकार की तरफ से होना चाहिए। वहां पर शहीदों के नाम सुनहरे अक्षरों में अंकित होने चाहिए। मात्र हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश में यह मुहिम चलाई जाएगी और मैं सुमित नरवाल के साथ हूं।